रंगों का त्योहार होली एक बार फिर हर किसी के चेहरे पर मुस्कान बिखेरने के लिए
आ रहा है. कोरोना संकट के कारण भले ही आप भीड़ में होली ना मना सकें, लेकिन घर पर
जरूर लुत्फ उठा सकते हैं...
होली का त्योहार वसन्त ऋतु में मनाया जाता है. इसलिए होली में इस्तेमाल होने
वाला गुलाल इस महीने के दौरान खिलने वाले पौधों और फूलों से बनाया जाता है.
पीला: घर पर प्राकृतिक तरीके से पीला रंग बनाने के लिए 1:2 के अनुपात में हल्दी पाउडर और बेसन लें. इन
दोनों को मिक्स करके सूखा गुलाल तैयार कर सकते हैं.
लाल: सूखे हुए लाल हिबिस्कस फूलों का उपयोग करके लाल रंग तैयार किया जा सकता
है. हिबिस्कस और चायना रोज कोपीसकर पाउडर बना लें.
इसके स्थान पर लाल चंदन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
हरा: हरा रंग बनाने के लिए हिना या मेंहदी पाउडर का इस्तेमाल करें. हरी
पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक या नाम को पानी में उबाल लें. पानी में उबलने के बाद
पालक या नीम का रंग इसमें आ जाएगा.
मैजेंटा: मैजेंटा रंग बनाने के लिए चुकंदर अच्छा ऑप्शन है. चुकंदर को पीस
में काटकर इसे पानी में उबाल लें और रातभर ऐसे ही रहने दें. अगले दिन जब आप
देखेंगे तो मैजेंटा रंग तैयार होगा.
इन सभी रंगों के अलावा आप रंगों को तैयार करने के लिए खाने वाले रंग का
इस्तेमाल कर सकते हैं. मार्केट से अपनी पसंद का पीला, लाल, हरा, नीला आदि कोई भी रंग पानी में घोल लें.