30 की उम्र के लोगों को अपनी सुस्ती भरी जीवनशैली छोड़ देनी चाहिए क्योंकि 30 के बाद शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो होने लगता है.
इस वजह से अक्सर लोगों का वजन बढ़ता है जो आगे चलकर कई बीमारियों की वजह बनता है.
जिंदगी को एक ढर्रे पर चलाने के बजाय उसमें रोमांच भरिए. जो चीजें आपने अब तक नहीं की, उन्हें करना शुरू कीजिए.
अगर खुशी ना मिले तो नौकरी या करियर बदलने में देर ना करें. मोटी तनख्वाह के लिए खुद को प्रताड़ित करने की बजाय वो काम करें जो आपको पसंद हो.
30 या 32 पार करने का मतलब ये नहीं कि अब आप अपने सपनों को पूरा नहीं कर सकते. इस उम्र के बाद हजारों लोग अपनी और अपने आसपास की दुनिया बदलते हैं.
मानसिक तनाव या अवसाद को खुद पर हावी ना होने दें जिसका एक बड़ा कारण अकेलापन है.
दोस्तों और रिश्तेदारों से मेलजोल बढ़ाएं. इससे आप अकेलेपन के शिकार नहीं होंगे.
धूम्रपान, शराब, नशे जैसी चीजें छोड़ दें. इन चीजों का सेवन आपको जल्दी बुढ़ापे की तरफ ले जाएगा.
30 की उम्र हमारा मेटाबॉलिज्म कम होता जाता है इसलिए हमारे शरीर को अधिक तवज्जो की जरूरत होती है.
रोजाना अपनी डाइट में प्रोटीन, मिनरल, फाइबर और विटामिन्स को शामिल करें. इसके लिए खूब फल और रंग-बिरंगी सब्जियां खाएं.
अगर आप खुश रहेंगे और हेल्दी डाइट फॉलो करेंगे तो आप बढ़ती उम्र में भी खुद को जवान रख पाएंगे.