मच्छर कार्बन डाईऑक्साइड ज्यादा रिलीज करने वालों को ज्यादा काटते हैं. ये 'सेंसिंग ऑर्गेन्स' से इसकी गंध को पहचानते हैं.
स्किन में कई तरह के बैक्टीरिया छिपे होते हैं. मच्छर कुछ खास किस्म के बैक्टीरिया वाले इंसानों के पास ज्यादा मंडराते हैं.
मच्छर O ब्लड ग्रुप वालों को ज्यादा काटते हैं. इसके बाद A ग्रुप का नंबर आता है. ये ब्लड ग्रुप मच्छरों के टारगेट पर रहते हैं
मच्छर आप तक पहुंचने के लिए गंध और दृष्टि का इस्तेमाल करते हैं. इनसे बचने के लिए हल्के रंग के कपड़े पहनें.
मच्छरों को पसीना और लैक्टिक एसिड काफी पसंद होता है. इसलिए पसीना निकलने के बाद नहाकर ही बाहर निकलें.
एक स्टडी के मुताबिक, मच्छरों को बीयर पीने वाले लोगों का खून काफी पसंद होता है. इसलिए इसका कम से कम सेवन करें.
एक्सपर्ट 15% DEET वाले कीटनशकों का प्रयोग करने की सलाह देते हैं. ये मच्छरों पर काफी ज्यादा असरदार होता है.
कुछ खास तरह के इंडोर प्लांट्स भी आप अपने घर में लगा सकते हैं. इन पौधों की गंध से मच्छर घर में प्रवेश नहीं करते हैं.