कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी (Jaya Kishori) आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं. वो करियर, प्रेम, रिश्तों और शादी जैसे कई मुद्दों पर अपने विचार रखने के लिए जानी जाती हैं.
शब्द-सुरों का महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2023' के तीसरे दिन 'चाहे कृष्ण कहो या राम' सेशन में जया किशोरी ने कई मुद्दोंं पर अपने विचार व्यक्त किए.
उन्होंने कहा कि करियर, प्रेम, शादी या किसी पारिवारिक समस्या की वजह से अवसादग्रस्त हो रहे युवाओं को सलाह दी.
उन्होंने कहा, 'प्रॉब्लम नहीं, सॉल्यूशन पर ध्यान दें.'
उन्होंने कहा, 'हर समस्या का हल लेकिन हम रोने के अलावा कुछ नहीं करते'
चोट लगने पर कोई डॉक्टर के पास नहीं जा रहा, बस रो रहा है. ऐसा वो जानकर नहीं कर रहा है लेकिन कर रहा है.
वो आगे कहती हैं, 'जानकर नहीं लेकिन लोगों को अब दुखी रहने में मजा आने लगा है. रोना अगर हल होता तो मैं भी आपके पास आकर रोती'
सैडनेस के बाद खुशी कैसे पाएं, इस पर उन्होंने कहा, 'सत्संग...आप सत्संग सुनना शुरू कीजिए.'
उन्होंने कहा, 'इसके आलावा और कुछ आपकी मदद नहीं कर सकता. दिन का कुछ समय सत्संग के लिए रखिए. ऐसा एक महीना कीजिए.'