जितनी उम्मीदें, उतने दुख...प्यार में टूटे युवाओं को जया किशोरी की सलाह

कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी (Jaya Kishori) युवाओं के बीच काफी पॉपुलर हैं. वो करियर, प्रेम, रिश्तों और शादी जैसे कई मुद्दों पर अपने विचार रखने के लिए जानी जाती हैं.

शब्द-सुरों का महाकुंभ 'साहित्य आजतक 2023' के तीसरे दिन 'चाहे कृष्ण कहो या राम' सेशन में जया किशोरी ने कई मुद्दोंं पर अपने विचार व्यक्त किए.

इस सेशन में जब जया किशोरी से पूछा गया कि युवाओं का ध्यान एक जगह नहीं लगता है, इस पर क्या कहेंगी तो उन्होंने कहा, 'इसके लिए मेडिटेशन है और कई अन्य चीजें हैं.'

उन्होंने आगे कहा, ' मगर आप अपने बुजुर्गों के साथ बैठिए. वहां से आपको काफी ज्ञान मिलता है. बुजुर्ग आपको अपनी कहानियां बताते हैं. उसमें कोई एक बात ऐसी होगी जो आपकी लाइफ बदल देगी.'

उन्होंने कहा, 'उनकी दस कहानियों में एक कहानी ऐसी होगी. इसके लिए आपको टाइम देगा होगा. उनकी बात को शांति से सुनिए.'

युवाओं में दिल टूटने की समस्या पर क्या कहेंगी, ये सवाल जब जया किशोरी से पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'मेरा मानना कि हर रिश्ता एक न एक दिन धोखा देगा. ये मान कर चलो. जितनी ज्यादा उम्मीदें, उतने ज्यादा दुख.'

उन्होंने आगे कहा, 'किसी भी चीज के लिए ये मान लेना कि यही सबकुछ है, यही जिंदगी है, गलत है, उम्मीद खुद से लगाओ, भगवान से लगाओ. अपनी खुशी के लिए आप खुद जिम्मेदार हैं. अपना ध्यान खुद रखिए.'

धोखे से कैसे बचें, 'विश्वास करिए पर आंखें खुली रखिए. अंधविश्वास किसी पर मत कीजिए, सिवाय भगवान के. प्यार में बंधी पट्टी में हर गलत चीज अच्छी ही लगती है. धोखे से बचने और रिकवरी के लिए स्वीकार करने की क्षमता होनी चाहिए.'

उन्होंने कहा, 'भ्रम और कल्पनाओं में मत रहिए. यह मत सोचिए कि हम जैसा चाहेंगे वैसा होगा.'