खुशहाल देशों की लिस्ट में भारत से आगे होने पर गदगद पाकिस्तान, जानें किस रैंक पर इतराया

संयुक्त राष्ट्र ने दुनिया भर में सबसे ज्यादा खुशहाल देशों की लिस्ट जारी की है जिसमें 146 देश शामिल हैं. 

दुनिया भर के करीब डेढ़ सौ से ज्यादा देशों की सूची में फिनलैंड देश हैपीनेस इंडेक्स के मामले में सबसे ऊपर है.

आपको बता दें कि खुशहाल देशों की रैंकिंग के लिए वहां रहने वाले लोगों की जीवन के प्रति संतुष्टि को देखा जाता है. इसके अलावा जीडीपी, आर्थिक स्थिति, लोगों का आपसी समर्थन, हेल्दी लाइफ एक्सपेक्टेंसी, स्वतंत्रता और भ्रष्टाचार जैसे फैक्टर्स के जरिए हैपीनेस रैकिंग निर्धारित की जाती है.

आपको जानकर झटका लगेगा लेकिन खुश रहने के मामले में हम भारतीय काफी पीछे हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार, 143 देशों में भारत की रैंकिंग 126 है.

जबकि पड़ोसी देश पाकिस्तान की रैंकिंग खुशहाल देशों की लिस्ट में भारत से बेहतर है. पाकिस्तान 108वें स्थान पर है. लिस्ट में भारत की खराब रैंकिंग को लेकर पाकिस्तानी मीडिया में जमकर खुशी जाहिर की जा रही है.

पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि पाकिस्तान ने भारत को खुशहाल देशों की लिस्ट में पीछे छोड़ दिया है. 30 वर्ष से कम उम्र की आबादी की खुशहाली के मामले में भी पाकिस्तान 107वें जबकि भारत 127वें स्थान पर है.

इसी तरह 60 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों की खुशहाली की सूची में डेनमार्क पहले, पाकिस्तान 112वें, भारत 121वें और बांग्लादेश 120वें स्थान पर है. यानी यहां भी पाकिस्तान भारत से आगे है.

फिनलैंड ने लगातार सातवें साल दुनिया के सबसे खुशहाल देश का खिताब अपने नाम किया है. इस सूची में अफगानिस्तान खुशहाल देशों की रैंकिंग में सबसे नीचे है.

ऐसा माना जाता है कि ज्यादा आय वाले देशों में ही बुजुर्ग आबादी ज्यादा खुशहाल होती है जबकि भारत में बुजुर्ग पुरुषों में जीवन को लेकर संतुष्टि ज्यादा है. बुजुर्ग भारतीय महिलाएं पुरुषों की तुलना में कम खुश हैं.

भारत में शिक्षा और जाति भी खुशहाली के फैक्टर में अहम किरदार अदा करती है. कम पढ़े-लिखे लोग और शिड्यूल कास्ट या शिड्यूल ट्राइब से आने वाले लोग जीवन और अपनी स्थिति के प्रति कम खुश पाए गए.

अगर बात करें कि 30 से कम उम्र के खुशहाल लोगों की तो इस लिस्ट में लिथुआनिया, इजरायल, सर्बिया, आइसलैंड, डेनमार्क शीर्ष पांच देशों में शामिल हैं. जबकि फिनलैंड सातवें नंबर पर है. भारत की युवा आबादी खुशहाली के मामले में 127वें नंबर पर है.

इस रिसर्च में एक और बात देखने को मिली कि पूरी दुनिया में ही लगभग हर क्षेत्र में महिलाएं पुरुषों की तुलना में कम खुश पाई गईं. उम्र बढ़ने के साथ उनकी खुशहाली का स्तर और भी घटता जाता है.