बचपन का समय हर बच्चे के लिए मासूमियत से भरा हुआ होता है. इस दौरान कई माता-पिता एक ऐसा पालन-पोषण वाला माहौल बनाने का प्रयास करते हैं जहां उनके बच्चे खुश रहें.
हालांकि, कई बार पेरेंट्स के अच्छे इरादों के बावजूद, बच्चों के पालन पोषण के दौरान माता-पिता से अनजाने में कई गलतियां हो जाती हैं. जिन गलतियों की वजह से बच्चे बड़े होकर दुखी रहने लगते हैं.
यहां हम पेरेंट्स की ऐसी गलतियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी वजह से बच्चे बड़े होकर दुखी रहने लगते हैं
बच्चों की परवरिश के लिए प्यार और केयर काफी जरूरी होती है, लेकिन जरूरत से ज्यादा दुलार और प्यार करने से बच्चों को आगे चलकर कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इस तरह के बच्चे आने वाली परेशानियों से डरने लगते हैं और वह कई तरह की चुनौतियों का सामना नहीं कर पाते.
जो लोग बचपन से ही बच्चों के लिए बाउंड्रीज सेट नहीं करते, उन बच्चों को आगे चलकर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे बच्चे बड़े होकर जिम्मेदारियों को पूरा नहीं कर पाते और उनमें सेल्फ कंट्रोल भी नहीं होता है. इस तरह के बच्चे बड़े होकर, असंतुष्ट, कंफ्यूज और चिड़चिड़े रहते हैं.
बच्चों से बेकार की उम्मीदें लगाने से भी वह बड़े होकर दुखी रहते हैं. जरूरी है कि आप बचपन से ही बच्चे को उन चीजों के लिए प्रोत्साहित करें जिनमें वह परफेक्ट हैं. लेकिन कई बार लोग अपनी उम्मीदों को बच्चे पर थोपने लगते हैं. जिससे वह आगे चलकर दुखी रहते हैं.
हम सभी एक ऐसे समाज में रहते हैं जहां पैसों से ही सक्सेस को मापा जाता है. हर किसी की यही सोच है कि जिन लोगों के पास पैसा और जायदाद है, वह सबसे खुश व्यक्ति हैं. इसी चक्कर में पेरेंट्स भी बच्चों को बचपन से ही इस दौड़ में शामिल कर देते हैं.
पढ़ाई-लिखाई के साथ ही इमोशनल एजुकेशन भी बच्चे के लिए काफी जरूरी होती है. जरूरी है कि बचपन से ही बच्चों को अपनी भावनाओं पर काबू पाना सिखाया जाए.