बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए जरूरी है कि माता-पिता बच्चों की अच्छी तरह देखभाल करें. क्योंकि बच्चे अपने पेरेंट्स से बहुत कुछ सीखते हैं.
लेकिन इसी दौरान पेरेंट्स से कई बार ऐसी गलतियां हो जाती हैं जिससे बच्चों पर असर पड़ता है.
बच्चे कई बार बिना किसी कारण या छोटी-मोटी बातों पर आहत हो जाते हैं. ऐसे में उन्हें डांटने या कोसने के बजाय इमोशनली सपोर्ट करें.
अपने बच्चों को यह कहने से बचना चाहिए कि तुमसे बहुत अच्छे तुम्हारे भाई-बहन हैं. ऐसे में उनका मनोबल टूटता है. कई बार वह कुछ करना ही छोड़ देता है.
आपको कभी भी अपने बच्चों को यह नहीं कहना चाहिए कि जीवन में तुम कुछ नहीं कर पाओगे. यह बात बच्चों को बिल्कुल निराश कर देती है.
अपने काम में व्यस्तता के कारण भले ही आपको समय नहीं मिलता हो. इसके बावजूद उन्हें कभी भी यह नहीं कहें कि तुम्हारे लिए मेरे पास समय नहीं है.
बच्चों के सामने कभी भी अपने पर्सनल लाइफ को लेकर कुछ भी खराब नहीं बोलें. यह बच्चों के मानसिक स्तर को प्रभावित कर सकता है.
बच्चों को बार-बार ताना नहीं दें. बार-बार ताना देने से बच्चे चिड़चिड़े हो जाते हैं. साथ ही जिद्दी होने लगते हैं.
बच्चे को उसकी गलतियों पर टोकना सही है लेकिन उससे यह कभी नहीं कहें कि तुम्हारा हर काम गलत ही होता है. इससे वह झूठ बोलना शुरू कर देगा.