भारतीय मूल के ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने हाल ही में दिए एक इंटरव्यू में बताया कि वो खुद को सेहतमंद रखने के लिए हर हफ्ते उपवास रखते हैं.
पीएम सुनक शरीर की सफाई के लिए रविवार शाम 5 बजे से खाना छोड़ देते हैं और 36 घंटे बाद मंगलवार सुबह 5 बजे अपना उपवास तोड़ते हैं.
उपवास के दौरान सुनक केवल पानी, चाय या ब्लैक कॉफी लेते हैं. ऋषि सुनक का कहना है कि उन्हें खाना बहुत पसंद है और उपवास के बाद बाकी दिनों में वो पेस्ट्री जैसी चीजें खाते हैं.
सुनक जिस उपवास के तरीके को फॉलो करते हैं, उसे Monk Fast कहा जाता है. इससे शरीर को मानसिक और शारीरिक शक्ति मिलती है और शरीर डिटॉक्स हो जाता है.
मोंक फास्टिंग से शरीर की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की जगह नई कोशिकाएं आती हैं और एकाग्रता बढ़ती है जिससे दिमाग तेज होता है. इस फांस्टिंग से एजिंग के लक्षणों को भी कम करने में मदद मिलती है.
36 घंटे के उपवास से मेटाबॉलिज्म तेज होता है. उपवास के दौरान शरीर ग्लूकोज और फैट को ऊर्जा के लिए इस्तेमाल करने लगती है जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है.
कई अध्ययनों में यह देखा गया है कि उपवास से दिमागी क्षमता बेहतर होती है. उपवास के दौरान हमारा शरीर कीटोन का उत्पादन करता है जो दिमाग के लिए ऊर्जा स्रोत का काम करता है. इससे हमारे बेहतर फैसले लेने की क्षमता भी बढ़ती है.
उपवास करने से हमारा शरीर पुरानी कोशिकाओं को हटाकर नई कोशिकाएं बनाने लगता है. इससे हमारी उम्र बढ़ती है और सेहत अच्छी रहती है. इससे बीमारियों की खतरा भी कम होता है.
लेकिन अगर आप किसी बीमारी से जूझ रहे हैं तो किसी भी तरह का उपवास शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें.