रूम हीटर विद्युत उपकरण हैं जिनका उपयोग किसी छोटे से बंद स्थान, जैसे कमरे या कार्यालय को गर्म करने के लिए किया जाता है. इस मौसम में, रूम हीटर के साथ अपनी रजाई में आराम करने से ज्यादा आरामदायक कुछ नहीं है.
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रूम हीटर कई तरह के होते हैं जिनमें इलेक्ट्रिक हीटर, ऑयल हीटर, गैस हीटर और इन्फ्रारेड हीटर शामिल हैं. रूम हीटर से कमरा तो ठंडा हो जाता है लेकिन इसके कुछ नेगेटिव इफेक्ट भी हो सकते हैं. कुछ मामलों में यह जानलेवा भी हो सकती है.
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हीटर से कमरे में कार्बन मोनोऑक्साइड का लेवल बढ़ जाता है. अधिक समय तक इसके संपर्क में रहने से हृदय रोग से पीड़ित लोगों को सीने में दर्द हो सकता है. साथ ही छोटे बच्चों और बुजुर्गों को भी खतरा होता है.
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गैस हीटर का उपयोग करते समय श्वासावरोध (नींद में मृत्यु) का जोखिम अधिक होता है. इसका कारण है कि कमरे में अत्यधिक कार्बन मोनोऑक्साइड मस्तिष्क में खून की आपूर्ति को रोक देता है, जिससे ब्लड रिलीज हो सकता है जो मौत का कारण बन सकता है.
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वैसे तो गैस हीटर आम तौर पर सुरक्षित माने जाते हैं. बंद स्थान में ताजी हवा की कमी से हवा में जहरीली कार्बन मोनोऑक्साइड की सांद्रता बढ़ सकती है, जिससे विषाक्तता और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है.
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आइए अब रूम हीटर से होने वाले कुछ शारीरिक नुकसान भी जान लीजिए.
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कमरे में हीटर चलाने से न केवल शरीर को बल्कि त्वचा को भी बहुत नुकसान होता है. जब आप लंबे समय तक कमरे में हीटर जलाकर बैठे रहते हैं तो इससे आपकी स्किन की नमी भी कम हो जाती है और खुजली भी सकती है. कभी-कभी त्वचा पर काले धब्बे भी दिखाई देने लगते हैं.
रूम हीटर ऑक्सीजन को जला देते हैं और हवा में नमी का लेवल कम कर देते हैं. ऑक्सीजन के जलने से ऑक्सीजन के लेवल में संभावित गिरावट आती है जो दम घुटने का कारण भी बन सकता है.
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हीटर कार्बन मोनोऑक्साइड छोड़ते हैं जो प्रकृतिक रूप से जहरीला होती है. यही कारण है कि इसे लंबे समय तक चालू न रखने की सलाह दी जाती है.
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रूम हीटर एलर्जी और अस्थमा का कारण बन सकते हैं. अगर किसी को ये समस्याएं पहले से ही हैं तो उनकी स्थिति और अधिक बढ़ सकती है.
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हीटर के पास ज्वलनशील वस्तुएं कागज, बिस्तर, फर्नीचर और कंबल ना रखें. हीटर को कठोर सतह पर रखें ना कि कालीन, लकड़ी या प्लास्टिक पर.
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सोने से पहले हीटर को कमरे से बाहर निकलने या सोने से पहले हीटर बंद करके और उसका प्लग निकालकर कार्बन मोनोऑक्साइड टॉक्सीसिटी से बचें.
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सोने से पहले हीटर को कमरे से बाहर निकलने या सोने से पहले हीटर बंद करके और उसका प्लग निकालकर कार्बन मोनोऑक्साइड टॉक्सीसिटी से बचें.
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सिरदर्द, चक्कर आना, पेट दर्द, बेचैनी, उल्टी, मतली और कमजोरी कमरे में अधिक कार्बन मोनोऑक्साइड के लक्षण हैं.
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