चावल और रोटी भारतीय खाने का मुख्य भोजन रहे हैं. लंच हो या डिनर, हर कोई चावल और गेहूं से बनी डिश खाता ही है.
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गेहूं और चावल से अलग-अलग तरह की डिश बनाई जा सकती हैं जिसे लोग अपनी सुविधानुसार डाइट में जोड़ते हैं.
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गेहूं और चावल दोनों कार्बोहाइड्रेट का मुख्य सोर्स हैं. इनसे शरीर को काम करने के लिए और एक्टिव बने रहने के लिए एनर्जी मिलती है.
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कई लोगों को लगता है कि चावल से वजन बढ़ता है लेकिन ऐसा नहीं है. अगर आप साइंस के मुताबिक, सही जानकारी रखते हैं तो आपको इन मिथकों से बाहर निकलना होगा. आज हम आपको बताएंगे कि वेट लॉस में रोटी या चावल, दोनों में से क्या फायदेमंद है.
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फोर्टिस अस्पताल की सीनियर डाइट एक्सपर्ट अनुष्का बैंदूर का कहना है, 'वजन कम तब होता है, जब आप कैलोरी कम खाते हैं. चावल और रोटी जब समान मात्रा में ली जाती हैं तो उनमें कैलोरी लगभग एक समान होती है. इसलिए हमेशा उनके खाने की मात्रा पर ध्यान दिया जाना चाहिए, अब चाहे वह चावल हो या रोटी.'
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'रोटी और चावल दोनों के बीच एकमात्र अंतर फाइबर का है. हाई फाइबर वाली चीजें आपके पेट को जल्दी भरती हैं जिससे आप कम खाते हैं.'
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'चावल और गेहूं के बीच, साबुत गेहूं में फाइबर की मात्रा अधिक होती है. उसके बाद ब्राउन राइस और फिर व्हाइट राइस आता है.'
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लेकिन भले ही चावल में फाइबर की मात्रा कम हो लेकिन इसे सब्जी और दाल के साथ खाकर फाइबर की मात्रा को बैलेंस किया जा सकता है जिससे चावल भी कम खाने होंगे.'
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अगर पोषक तत्वों की बात की जाए तो रोटी में चावल की अपेक्षा अधिक पोषक तत्व होते हैं. वहीं व्हाइट राइस पॉलिश वाले होते हैं, जिससे उसके पोषक तत्व कम हो जाते हैं. रोटी की अपेक्षा चावल जल्दी डाइजेस्ट होता है.
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60 ग्राम सफेद चावल में 80 कैलोरी, 1 ग्राम प्रोटीन, 0.1 ग्राम फैट और 18 ग्राम कार्ब्स होते हैं. वहीं एक 6 इंच की रोटी में लगभग 71 कैलोरी, 3 ग्राम प्रोटीन, 0.4 ग्राम फैट और 15 ग्राम कार्ब्स होते हैं.
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चावल में गेहूं की तुलना में फास्फोरस और मैग्नीशियम कम मात्रा में होता है. इसके अलावा, चावल और गेहूं दोनों में फोलेट और समान मात्रा में आयरन होता है. चावल में सोडियम की मात्रा न के बराबर होती है जबकि 120 ग्राम गेहूं में 190 मिलीग्राम सोडियम होता है.
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डायटीशियन लवलीन कौर के अनुसार, 'चावल और रोटी, दोनों के अपने-अपने फायदे हैं. चावल और दाल में सभी अमीनो एसिड होते हैं और जो प्रोटीन का भी मुख्य सोर्स हो जाते हैं. वहीं दूसरी ओर जौ, ज्वार, बाजरा और गेहूं से बनी चपाती खाने से आपको कैल्शियम, फास्फोरस और जिंक जैसे पोषक तत्व मिल सकते हैं.
चावल की तुलना में चपाती अधिक पेट भरने वाली होती है क्योंकि इसमें फाइबर अधिक होता है. चावल उतना पेट नहीं भरता जितना 2 रोटी भर सकती हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि चावल में रोटी की अपेक्षा कम फाइबर, प्रोटीन और कार्ब होता है.
सेलेब्रिटी कोच प्रसाद नंदकुमार शिर्के कहते हैं, 'चावल का अगर स्टार्च निकाल दिया जाए तो वह कॉम्प्लेक्स कार्ब का अच्छा सोर्स हो जाता है जो जल्दी फैट में कन्वर्ट नहीं होता.'
लेकिन अगर आप कुकर में बनाया हुआ चावल खाते हैं तो फिर वह नॉर्मल कार्बोहाइड्रेट रहता है जो जल्दी डाइजेस्ट हो जाता है और आपको फिर भूख लग जाती है. इसलिए चावल को हमेशा स्टार्च निकालकर खाएं.'
रोटी के बारे में कहा, 'रोटी में ग्लूटेन होता है जो हर किसी को डाइजेस्ट नहीं होता जिससे फूड डाइजेशन में समस्या होती है. फिर जब गेहूं को पीसते हैं, घी लगाते हैं तो उसकी कैलोरी हाई हो जाती है.'
'आप देखेंगे कि जितने इंटरनेशनल एथलीट हैं वो भी चावल चिकन या चावल को ही मुख्य रूप से डाइट में लेते हैं. इसलिए चावल को स्टार्च निकालकर खाना, वेट लॉस में फायदेमंद है.
चावल खाएं या रोटी
एक्सपर्ट्स का कहना है कि रोटी की अपेक्षा अगर चावल को दाल या सब्जी के साथ बैलेंस करके खाया जाए तो वह काफी हल्का भोजन होता है. पकने के बाद चावल का वजन 3 गुना अधिक हो जाते हैं इसलिए कम खाने से भी आपका पेट अधिक भर जाता है.
इसलिए सेलेब्रिटीज फिटनेस ट्रेनर्स का भी कहना है कि वजन कम करने के लिए रोटी की अपेक्षा चावल खाना अधिक फायदेमंद साबित हो सकता है. रोटी खानी ही है तो रागी, बाजरा जैसे अनाज की खाएं.