पेरेंटिंग इस दुनिया के सबसे मुश्किल कामों में से एक है. हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा सही मार्ग पर चले और बुरी आदतों से बचकर रहे.
माता -पिता ही बच्चे के सबसे पहले गुरु होते हैं. ऐसे में यह आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप बच्चे की परवरिश कैसे करते हैं.
आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु ने कुछ ऐसे पेरेंटिंग टिप्स शेयर किए है जो आपके इस काम को थोड़ा आसान बना सकते हैं.
सद्गुरु के मुताबिक, बच्चों की परवरिश के लिए एक ऐसा माहौल बनाना जरूरी है जिसमें हंसी-मजाक, प्यार, देखभाल और अनुशासन हो.
अक्सर इंडियन पेरेंट्स बच्चों पर अपने सपनों का भार डालते हैं. पेरेंट्स चाहते हैं कि उनका बच्चा वो काम करे, जिसे वह खुद कभी नहीं कर सके. बच्चों के जरिए अपने सपने पूरे करने के चक्कर में पेरेंट्स बच्चों के साथ काफी निर्दयी हो जाते हैं.
कई बार पेरेंट्स बच्चों को जरूरत से ज्यादा प्यार करते हैं जिससे वह जिद्दी बन जाते हैं. जरूरी है कि आप इस बात को समझे कि हर बच्चा अलग होता है.
बहुत से लोग बच्चों के टीचर बनना शुरू कर देते हैं. जरूरी है कि आप बच्चे से सीखें. बच्चे से सीखें कि कैसे खुश रहना है. एक चीज जो आप बच्चे को सिखा सकते हैं वो है कि कैसे जीना है.
सद्गुरु कहते हैं, पेरेंट्स के लिए जरूरी है कि वह अपने बच्चे को थोड़ी आजादी दें. बच्चे को आसपास देखने दें, प्रकृति के साथ समय बिताने दें और खुद के साथ समय बिताने दें. इससे बच्चे का दिमाग खुलेगा और सेहत पर भी अच्छा असर पड़ेगा.
अगर आप घर में लड़ाई, झगड़ा गाली-गलोच करेंगे तो इससे बच्चे पर भी वैसा ही असर पड़ेगा. तो अगर आप बच्चे की परवरिश अच्छी करना चाहते हैं तो आपको खुद भी अपने अंदर बदलाव करना होगा. आपको खुद भी हंसमुख, शांत और प्यार करने वाला बनना होगा.