जापान के सबसे बुजुर्ग जीवित शख्स की बीते हफ्ते मौत हो गई है. फुसा तत्सुमी 116 साल की थीं जिनकी मृत्यु बुढ़ापे के कारण हो गई है.
सांकेतिक तस्वीर
पिछले अप्रैल में ही फुसा सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाली जापानी बनी थीं. अब उनकी मौत के बाद लोग जानना चाहते हैं कि फुसा बिना किसी बीमारी के कैसे 116 साल जीवित रह पाईं.
सांकेतिक तस्वीर
इस सवाल के जवाब में स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि 100 साल से अधिक जीने वाले सभी लोगों में कुछ बातें कॉमन होती हैं.
100 साल से अधिक जीने वाले सभी लोग अपनी अच्छी आदतों को ताउम्र बनाए रखते हैं. वो खासकर दो आदतों, ओवर ईटिंग नहीं करना और शारीरिक रूप से सक्रिय रहना, को जीवनभर बरकरार रहते हैं.
लंबा जीने वाले लोग खाना खाते वक्त इस बात का ध्यान रखते हैं कि वो अपनी भूख से कम खाना खाएं.
100 साल से अधिक जीने वाले लोग कभी पेट भरकर खाना नहीं खाते बल्कि जब उन्हें लगता है कि उनका पेट 80% भर गया है तो वो खाना छोड़ देते हैं.
कम खाने की उनकी आदत वजन कम रखने और कम वजन को बरकरार रखने में मदद करती है जिससे वो मोटापे से संबंधित बीमारियों का शिकार नहीं होते.
जापानी लोग जीवन को लेकर सकारात्मक नजरिया रखते हैं और खुले मन से जिंदगी का लुत्फ उठाते हैं. इससे उन्हें तनाव से दूर रहने में मदद मिलती है.
जापानी हर चीज के लिए अपनी कृतज्ञता प्रकट करते रहते हैं. न वो खुशियों से खूब उत्साहित हो जाते हैं और न ही गम से बहुत दुखी. वो सभी परिस्थितियों में खुद को संभालना जानते हैं जो कि उनके जीवन में कई साल जोड़ देता है.
जापानी अपने जीवन का महत्व समझकर उसे सही से जीने में यकीन रखते हैं. इसके साथ ही वो कभी अपने सुबह की कॉफी मिस नहीं करते.
कई अध्ययनों में देखा जा चुका है कि सही मात्रा में कॉफी पीने से हृदय संबंधी बीमारियां नहीं होती हैं.