आर्मी ट्रेनिंग काफी मुश्किल होती है. क्योंकि उसमें ऐसी चीजें सिखाई जाती हैं जो उन्हें मेंटली और फिजिकली फिट बनाती हैं.
Credit: US Army
Hell week ट्रेनिंग से लेकर हार्ड कोर फिटनेस ट्रेनिंग भी आर्मी के डेली रूटीन का हिस्सा बन जाती है.
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लेकिन जब फिटनेस की बात आती है तो अच्छा न्यूट्रिशन भी उनके लिए उतना ही जरूरी होता है जितना कि वर्कआउट करना.
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नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ ऑफ़िस ऑफ डाइट्री सप्लीमेंट्स के डायरेक्टर और पूर्व मिलिट्री रिसर्चर, डॉ. स्टीफन पासियाकोस का कहना है, हाल ही में रिसर्च के आधार पर कहा जा सकता है कि लगभग 75 प्रतिशत सैनिक डाइट्री सप्लीमेंट लेते हैं.
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तो आइए उन सप्लीमेंट के बारे में जान लेते हैं जो यूएस आर्मी के जवान भी लेते हैं.
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2021 की एक रिसर्च के मुताबिक, मल्टीविटामिन सबसे फेमस हेल्थ सप्लीमेंट है. मल्टीविटामिन आपको कई अलग-अलग सप्लीमेंट लेने के बिना दैनिक पोषक तत्वों की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद कर सकते हैं.
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लेकिन डॉ. स्टीफन के अनुसार, दैनिक पोषक तत्वों की जरूरतों को पूरा करने का सबसे अच्छा तरीका सॉलिड फूड ही है.
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डॉ. स्टीफन ने कहा, प्रोटीन और अमीनो एसिड का उपयोग मसल्स बढ़ाने और वर्कआउट के बाद रिकवरी में किया जाता है. 2021 के एक अध्ययन के अनुसार , लगभग 33 प्रतिशत आर्मी यूएस आर्मी सप्लीमेंट लेती है.
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मसल्स बाने के लिए प्रोटीन की जरूरत होती है. अगर किसी की डाइट में प्रोटीन की कमी हो रही है तो वह प्रोटीन पाउडर लेता है.
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लेकिन डॉ. स्टीफन का कहना है कि प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए सबसे पहले फूड का ही सेवन करना चाहिए. सप्लीमेंट का प्राइमरी रूप से सेवन नहीं करना चाहिए.
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क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, कुछ अमीनो एसिड की खुराक एथलेटिक्स परफॉर्मेंस को बढ़ा सकती है जिससे फिजिकल फिटनेस में फायदा होता है.
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2021 के एक अध्ययन के अनुसार, 31 प्रतिशत यूस आर्मी के जवान विटामिन डी, आयरन या कैल्शियम सप्लीमेंट लेते हैं. उदाहरण के लिए, सेना का परफॉरमेंस रेडीनेस बार विटामिन डी और कैल्शियम से भरपूर एक स्नैक है जो उन्हें दिया जाता है.
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