शरीर को स्वस्थ रहने के लिए अलग-अलग तरह के विटामिन की जरूरत होती है जिनमें एक है विटामिन डी.
विटामिन डी एक ऐसा पोषक तत्व है जो शारीरिक स्वास्थ्य के साथ ही मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी होता है.
आपको जानकर हैरानी होगी लेकिन विटामिन डी की कमी अवसाद और चिंता जैसी मानसिक समस्याओं को बढ़ाती है.
इसके अलावा यह विटामिन आपके शरीर को कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी होता है.
कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि विटामिन डी कैंसर की कोशिकाओं की वृद्धि को कम कर सकता है. यह संक्रमण को नियंत्रित करने और सूजन को कम करने में भी मददगार होता है.
विटामिन डी की कमी हाई ब्लडप्रेशर, हार्ट फेलियर और स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों का कारण बनती है हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि विटामिन डी की कमी हृदय रोग को बढ़ा सकती है या नहीं लेकिन स्वस्थ रहने के लिए शरीर में समुचित मात्रा में विटामिन डी का होना जरूरी है.
हमारे शरीर को विटामिन डी बनाने के लिए धूप की जरूरत होती है. लेकिन सर्दियों में अक्सर धूप ना होने से लोगों में इस विटामिन की कमी हो जाती है.
कई बार लोगों को यह पता नहीं होता है कि उन्हें इसकी कमी हो गई है और इसे कैसे पूरा करना है.
मांसपेशियों और हड्डियों में दर्द,दर्द के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि, हाथों या पैरों में झुनझुनी, पिन चुभने जैसी अनुभूति, शरीर के धड़ के पास के हिस्सों की मांसपेशियों में कमजोरी जैसे , कूल्हों या पैरों की मांसपेशियों में कमजोरी जैसे कई लक्षण शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर नजर आते हैं.
ऐसे में अगर आपको सर्दियों में धूप नहीं मिल पा रही है तो आपको अपनी डाइट में कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों को जरूर शामिल कर लेना चाहिए जो विटामिन डी की कमी को पूरा करते हैं.
इन खाद्य पदार्थों में कॉड लिवर ऑइल साल्मन फिश, स्वोर्डफिश, ट्यूना फिश, संतरे का जूस, डेयरी प्रॉडक्ट, अंडे की जर्दी और साबुत अनाज शामिल हैं. अगर आप इनका रोजाना सेवन करेंगे तो आप विटामिन डी की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
इस खबर में बताए गए सुझाव सामान्य जानकारी पर आधारित हैं इसलिए किसी भी उपचार/दवा/डाइट को अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.