भारत में सर्दियों की शुरुआत होते ही बाजार में जगह-जगह सिंघाड़ा बिकना शुरू हो जाता है. वास्तव में यह उन खाद्य पदार्थों में शामिल है जिन्हें हर घर में इस मौसम खूब खाया जाता है.
रस से भरपूर क्रंची सिंघाड़े में फैट और कैलोरी बेहद कम और करीब 74 प्रतिशत पानी होता है जो इसे वजन घटाने की कोशिश कर रहे लोगों के लिए आदर्श फूड बनाता है.
सिंघाड़ा में फाइबर, प्रोटीन, पोटैशियम, मैंगनीज, कॉपर, विटामिन बी6 और राइबोफ्लेविन समेत कई पोषक तत्व होते हैं इसलिए यह स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद है.
सिंघाड़े में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं जो हानिकारक फ्री रैडिकल्स से आपके शरीर की सुरक्षा करते हैं. फ्री रैडिकल्स शरीर को बूढ़ा बनाते हैं इसलिए सिंघाड़े का सेवन शरीर की एजिंग की प्रक्रिया धीमा करता है और चेहरे पर कसाव लाता है.
सिंघाड़ा पोटैशियम अच्छा स्रोत है इसलिए यह ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में काफी मदद करता है. हाई ब्लड प्रेशर काबू में रहने से दिल की बीमारियों का खतरा भी कम रहता है.
सिंघाड़े में एंटीऑक्सिडेंट फेरुलिक एसिड का स्तर बहुत अधिक होता है. कई अध्ययनों में पाया गया है कि फेरुलिक एसिड को कई प्रकार के कैंसर के रिस्क को कम करता है.
सिंघाड़े में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है जो भोजन के पाचन में सहायता करता है. फाइबर गुड बैक्टीरिया को बढ़ावा देकर पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है.
सिंघाड़े बालों के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं क्योंकि इनमें पोटैशियम, जिंक, विटामिन बी और ई जैसे महत्वपूर्ण पोषक तत्व होते हैं जो बालों की हेल्थ के लिए जरूरी होते हैं.
सिंघाड़े की सबसे अच्छी बात यह है कि आप इसे कच्चा भी खा सकते हैं. ताजा कच्चा सिंघाड़ा बेहद स्वादिष्ट और रसभरा होता है. इसके अलावा आप इसे उबालकर और सूखे सिंघाड़े के आटे का भी सेवन कर सकते हैं.
इस खबर में बताए गए सुझाव सामान्य जानकारी पर आधारित हैं इसलिए किसी भी उपचार/दवा/डाइट को अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.