रिश्तेदारों ने उड़ाया मोटापे का मजाक...महिला ने ऐसे घटा लिया 30 किलो वजन

By: Mradul Singh Rajpoot



वजन कम करने के लिए फिजिकल एक्टिविटी बढ़ानी होती है, अच्छी डाइट लेनी होती है, पर्याप्त नींद लेनी होती है आदि.

कई ऐसे लोग हैं जो वजन कम करना चाहते हैं लेकिन नहीं कर पाते. 

आज हम आपको ऐसी ही एक मां की वेट लॉस स्टोरी बता रहे हैं जिससे मोटिवेट होकर कोई भी अपना वजन कम कर सकता है. 

यूके की रहने वाली 31 साल की ज्योति थोर्वे ने अपना 30 किलो वजन कम किया है. 

90 से 60 किलो तक की फिटनेस जर्नी

ज्योति ने Aajtak.in से बात करते हुए बताया था कि 'मेरा वजन 2018 में प्रेग्नेंसी के बाद बढ़ना शुरू हुआ था. अपने ऊपर ध्यान न देने के कारण धीरे-धीरे मैं 90 किलो की हो गई और 2018 से 2021 तक यानी 3 साल तक मेरा वजन उतना ही रहा. 

ज्योति ने आगे बताया, 'मैंने कभी अपना वजन कम करने के बारे में नहीं सोचा. लेकिन इसके बाद जब रिश्तेदारों और दोस्तों से मिली, तो सभी ने मेरे बढ़े हुए वजन का मजाक भी उड़ाया और फिर मैंने वेट लॉस का सोचा.'

ज्योति ने आगे बताया, मैंने वजन कम करने का पूरी तरह मन बना लिया और फिर 2021 से डाइट पर ध्यान देना शुरू किया. धीरे-धीरे मेरा वजन कम होता गया और पिछले 7-8 महीनों में मैंने 30 किलो वजन कम कर लिया.'

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फॉलो करती थीं ये डाइट प्लान

ज्योति बताती हैं कि उन्होंने डाइट को काफी सिंपल रखा था जिसे वे लंबे समय तक फॉलो कर पाएं. शाम 6 बजे से पहले ही रात का खाना खा लेती थीं और हर मील के बाद थोड़ा टहलती थीं. 

 सुबह सबसे पहले उठकर खाली पेट और शाम को 1 गिलास गर्म पानी में नींबू और अदरक मिलाकर पीना उनका रूटीन था. 

ज्योति दिन में 3 मील और लेती थीं, जिसमें ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर था. तीनों मील की कैलोरी मिलाकर वे लगभग 1700 कैलोरी लिया करती थीं, जो इस प्रकार है :

लंच में 2 चपाती या 1 बाजरा भाकरी, 1 कप दाल या 1 कप सब्जी, हरी सलाद, 1 गिलास छाछ होता था.

ब्रेकफास्ट में बादाम और काजू, प्रोटीन शेक लेती थीं.


डिनर में सलाद के साथ प्रोटीन शेक होता था. इसके अलावा वे हफ्ते में 1 दिन चीट डे रखती थीं और उस दिन अपनी पसंद की हर डिश मन भरकर खाती थीं.

ज्योती बताती हैं, कि उन्होंने कभी जिम में एक्सरसाइज नहीं की. वे या तो घर में एक्सरसाइज करती थीं या फिर वॉक करने निकल जाती थीं. वे 6 किमी/घंटा की गति के साथ 7 किमी वॉक करती थीं, जिससे उन्हें लगभग 700 कैलोरी बर्न होती थी. 

कुछ समय बाद उन्होंने पैदल चलने की दूरी को बढ़ाया और फिर वह रोजाना करीब 10 किलोमीटर चलने लगीं. जिसमें 5 किलोमीटर सुबह और 5 किलोमीटर शाम को चलती थीं. बस इसी तरह उन्हें वजन कम करने में मदद मिली.