कथावाचक जया किशोरी ने खुद बताया कैसे किया वेट लॉस...आप भी इस तरीके से कम करें वजन

By- Mradul Singh Rajpoot



राजस्थान में सुजानगढ़ गांव के एक गौड़ ब्राह्मण परिवार में जन्मी जया किशोरी ने 6 साल की उम्र से ही भजन-कीर्तन में दिलचस्पी लेनी शुरू कर दी थी.

आज उनका नाम फेमस कथावाचक और मोटिवेशनल स्पीकर के रूप में जाना जाता है. वह कई सेमिनारों में मोटिवेटर के रूप में भी जाकती हैं.

 जया किशोरी कुछ समय पहले ने एक इंटरव्यू के  दौरान बताया था कि उन्होंने अपना वजन कम कैसे किया और लोग किस तरह से अपने आपको फिट बना सकते हैं.

सवाल : आपने वजन कम कैसे किया और लोग कैसे अपना वजन कम कर सकते हैं?

जया किशोरी ने इस सवाल के जबाव में कहा, 'मैंने शुरुआत में वजन कम करने के लिए क्रैश डाइट्स की थीं लेकिन उसके बाद मुझे पछतावा भी हुआ था.'

जया किशोरी ने कहा, 'कुछ एनर्जी और कुछ इमोशनल एनर्जी फूड्स होते हैं जो अगर ना मिलें तो आपका दिमाग अवरुद्ध हो जाता है.'

जया आगे बताया, 'मैंने एक बार ऐसी डाइट फॉलो की थी जिसमें मेरी हर चीज खानी बंद कर दी थी. मेरा वजन तो कम हो रहा था लेकिन मेरे दिमाग ने अच्छी तरह से काम करना बंद कर दिया था.'

आगे बताया, 'मैं अगर कुछ काम करती थी तो फोकस नहीं होता था. बुक खोलकर बैठती थी तो पढ़ने का मन नहीं करता था. तब मुझे समय आया कि मुझे जो खाना चाहिए नहीं मिल रहा है, यह उसी का असर है.'

उसके बाद जया किशोरी को समझ गया था कि वेट लॉस एक लंबी जर्नी है और इसलिए उनका फोकस उनकी लाइफस्टाइल को अच्छा करने पर गया. 

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फॉलो करती थीं ये डाइट प्लान

जया आगे बताती हैं कि अगर मैं एक्सरसाइज नहीं कर पाती तो वह अपनी डाइट पर काफी ध्यान देती हैं. जंक नहीं खातीं, क्लीन खाती हैं ताकि वजन मेंटेन रहे.

जया अगर फैमिली के साथ वेकेशन पर जाती हैं तो वहां डाइट नहीं करतीं लेकिन जब वेकेशन से वापस आती हैं तो फिर से अपनी हेल्दी लाइफस्टाइल पर आ जाती हैं.

क्रेविंग से बचने के लिए जया किशोरी ने बताया हमें शरीर को बताना है कि हमें क्या करना है, शरीर हमें नहीं बताएगा कि उसे क्या करना है या क्या खाना है. 

जया बताती हैं कि उन्हें महाराष्ट्रियन फूड काफी पसंद है. खाने में बेसन-चावल खाना पसंद है.

जया 98-99 प्रतिशत सात्विक खाना पसंद करती हैं वहीं 1-2 प्रतिशत उन्होंने अपने आपको छूट दे रखी है जिसमें वह अपनी पसंद के मुताबिक खाना खा सकती हैं.

जया बताती हैं कि किसी भी तरह की अधिकता से नुकसान ही होता है इसलिए हर चीज की अधिकता से बचना चाहिए.