बॉडी को शेप में लाना चैलेंजिंग जरूर है, लेकिन नामुमकिन नहीं.
वजन कम करने के लिए आहार और जीवनशैली में बदलाव करने की जरूरत होती है.
बीते कुछ समय से लोगों के बीच वजन कम करने के लिए वाटर फास्टिंग का चलन बढ़ा है.
वॉटर फास्टिंग एक तरह का उपवास है, जिसमें सिर्फ पानी पीने की इजाजत होती है. इसके अलावा कुछ भी खा -पी नहीं सकते.
इसके कई फायदे हैं, तो नुकसान भी हैं. न्यूट्रीनिस्ट नेहा पटोड़िया के मुताबिक इसे कम टाइम पीरियड के लिए करना ज्यादा फायदेमंद है.
हालांकि, अगर वाटर फास्टिंग ज्यादा दिनों तक जारी रहता है तो आपकी हेल्थ को नुकसान भी पहुंच सकता है.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक कैंसर के संबंध में 7 डे वाटर फास्टिंग के सकारात्मक परिणाम आए हैं.
हालांकि, लंबे वक्त के वाटर फास्टिंग के चलते शरीर में न्यूट्रीशन की कमी और इलेक्ट्रोलाइट्स में असंतुलन की भी वजह बन सकता है.
डायटीशियन्स के मुताबिक मुताबिक वाटर फास्टिंग के पहले दिन आपकी बॉडी क्लींजर के तौर पर काम करेगा. वहीं, दूसरे दिन भी आपकी बॉडी लाइट फील करेगी.
हालांकि, तीसरे दिन आपकी बॉडी स्लो डाउन होना शुरू कर देगा. यदि आपका शरीर ठीक महसूस कर रहा है तो वाटर फास्टिंग जारी रख सकते हैं. वहीं, कमजोरी फील कर रहे हैं तो तुरंत रुक जाएं.
डॉक्टर बबीना एनएम (चीफ मेडिकल ऑफिसर, जिंदल न्यूरोकेयर इंस्टीट्यूट) ने एक इंटरव्यू में बताया कि वाटर फास्टिंग शरीर के डैमेज्ड सेल को खत्म कर स्वस्थ कोशिकाओं में बदल सकता है.
इसके अलावा वाटर फास्टिंग बॉडी को डिटॉक्सीफाई करने के साथ वेट लॉस में मदद कर सकता है. इसके अलावा ब्लड शुगर में संतुलित कर सकता है.
हालांकि, अगर आप पहले से किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं या फिर प्रेगन्नेंसी से गुजर रही हैं तो वाटर फास्टिंग से परहेज करना चाहिए.