क्या होगा अगर आप 1 महीने तक रोजाना नाश्ते में ओट्स खाएंगे? एक्सपर्ट ने बताया

30 Jan 2024

Credit: FreePic

ओट्स एक ऐसा साबुत अनाज है जो पेट को लंबे समय तक भरा रखता है और तेजी से एनर्जी देता है. 

साबुत अनाज है ओट्स

कुछ लोगों को आसानी से पकने वाले ओट्स पसंद हैं तो कोई लोगों को पसंद नहीं हैं. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है जब आप रोजाना ओट्स खाते हैं तो आपको क्या फायदे मिल सकते हैं?

कई लोगों को पसंद नहीं

ओट्स एक अनाज है जो मैंग्नीज, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम और जिंक जैसे पोषक तत्वों से भरपूर है. इससे शरीर को काफी फायदा होता है. इसमें एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोकेमिकल्स होते हैं जिनमें सूजन-रोधी और कैंसर-विरोधी गुण होते हैं.

ओट्स क्या है?

ओट्स में मौजूद प्रोटीन और बीटा-ग्लूकन की मौजूदगी उसे बेहतर बनाती है, कोलेस्ट्रॉल लेवल कम करके हार्ट लेवल बेहतर बनाती है और वजन कम करने में मदद करती है.

MyNetDiary के MS, RD ब्रेंडा ब्रैसलो (Brenda Braslow) कहते हैं, 'ओटमील सबसे हेल्दी ब्रेकफास्ट है क्योंकि इसमें फाइबर काफी अधिक मात्रा में होता है. एक कप ओट्स में लगभग 8 ग्राम फाइबर होता है.'

एक्सपर्ट की राय

ब्रेंडा ब्रैसलो आगे कहते हैं, 'यह घुलनशील फाइबर होता है जो एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर को कम करता है, डाइजेशन सही रखता है और पेट को लंबे समय तक भरा रखता है. इसलिए वजन कंट्रोल करने में भी मददगार है.'

रिसर्च के मुताबिक, ओट्स एंटीऑक्सीडेंट का काफी अच्छा सोर्स है जो ब्लड प्रेशर को कम करता है और नाइट्रिक ऑक्साइड गैस का प्रोडक्शन बढ़ाती है जो ब्लड वेसिल्स में ब्लड फ्लो सही रखती है.

ओट्स खाने के फायदे

टाइप 2 डायबिटीज वाले लोग अगर ओट्स खाते हैं तो ब्लड शुगर कम हो सकता है. यह बात रिसर्च में भी साबित हो चुकी है.

ब्लड शुगर कंट्रोल करे

अगर कोई सुबह ओट्स का सेवन करता है तो उससे पेट भरा-भरा लगेगा और उन्हें भूख नहीं लगेगी. इससे वह कम खाएंगे और वजन कम होगा.

वजन कम करे

Crohn's & Colitis 360 में 2020 की एक रिसर्च में पाया गया है कि अल्सरेटिव कोलाइटिस यानी पाचनतंत्र में सूजन वाले लोगों ने लगातार 24 हफ्ते तक ओट्स का सेवन किया जिससे उन्हें कोई नुकसान नहीं हुआ. इससे पता चलता है कि ओट्स का सेवन हर दिन किया जा सकता है.

रोजाना ओट्स खाना सही?

हालांकि, ओट्स में फाइबर अधिक होता है इसलिए आप अगर रोजाना ओट्स खाते हैं तो बाउन मूमेंट और उसकी फ्रिक्वेंसी में बदलाव देख सकते हैं.

हालांकि, ओट्स में फाइबर अधिक होता है इसलिए आप अगर रोजाना ओट्स खाते हैं तो बाउन मूमेंट और उसकी फ्रिक्वेंसी में बदलाव देख सकते हैं.

अगर आप रोजाना ओट्स खाते हैं या आपको कोई मेडिकल कंडिशन है तो पहले डॉक्टर की सलाह लेना सही है.