आइसक्रीम खाना हर किसी को पसंद होता है. लोगों की पसंद को देखते हुए मार्केट में कई तरह की आइसक्रीम आती हैं.
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आमतौर पर क्रीम, चीनी, फ्लेवरिंग और मिक्स-इन्स से बनी आइस्क्रीम इंडिया में हर मौसम में खाई जाती है.
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कुछ लोग तो साल भर और हर मौसम में आइसक्रीम खाना पसंद करते हैं. वहीं कुछ लोग अपने फ्रिजर में भी आइसक्रीम रखे होते हैं कि जब मन करे, तब खा लें.
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यदि आप भी आइसक्रीम के शौकीन हैं तो क्या आपने कभी सोचा है कि अगर आप हर दिन एक या दो स्कूप आइसक्रीम खाते हैं तो क्या होगा?
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अगर आप रोज आइसक्रीम खा रहे हैं और उसके बाद ब्रश नहीं करते हैं तो आइसक्रीम से दांतों में कैविटी हो जाएगी.
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लेक एरी कॉलेज ऑफ ऑस्टियोपैथिक मेडिसिन स्कूल ऑफ डेंटल मेडिसिन के डीडीएस, ओरल सर्जन जैक हिर्शफेल्ड के मुताबिक, ' चीनी वाली चीजों को खाने के बाद दांतों को ब्रश किए बिना सो जाने से ओरल हेल्थ पर नेगेटिव असर होता है.'
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जर्नल ऑफ स्लीप मेडिसिन में पब्लिश हुई एक स्टडी के मुताबिक, कम फाइबर और हाई सैचुरेटेड फैट वाली चीजें खाने से नींद खराब होती है.
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दरअसल, चीनी का सेवन करने से आपके शरीर को मिलने वाली गहरी और आरामदेह नींद की मात्रा कम हो जाती है और आप सो नहीं पाते.
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आइसक्रीम में कैलोरी काफी अधिक हो सकती है जो वजन बढ़ाने में योगजान दे सकती है. यदि आइसक्रीम से शरीर की आवश्यकता से अधिक कैलोरी लेते हैं तो वेट गेन होने लगेगा.
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आइसक्रीम को फ्रुक्टोज मिलाकर मीठा किया जाता है. रिसर्च में बताया गया है कि अगर कोई दिन में एक बार भी फ्रुक्टोज वाला खाना खाता है तो उसे नॉन अल्कोहॉलिक फैटी लिवर डिसीज का खतरा बढ़ जाता है.
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अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन चीनी की मात्रा एक दिन में खाई जाने वाली कुल कैलोरी का 6 प्रतिशत से कम रखने की सलाह देता है और आप तो जानते ही हैं कि आइसक्रीम में कितनी चीनी होती है. इससे हार्ट हेल्थ को खतरा हो सकता है.
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आधा कप आइसक्रीम में 80 मिलीग्राम से अधिक कैल्शियम होता है जो आपके शरीर को इस महत्वपूर्ण मिनरल्स प्रदान करने में मदद करती है. आइसक्रीम में मैग्नीशियम और जिंक भी होते हैं जो हड्डी को मजबूत कर सकते हैं.
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WHO के मुताबिक, दुनिया में हर 6 में 1 कपल्स प्रजनन संबंधी चुनौतियों का सामने कर रहा है. 2008 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने ओवुलेटरी इनफर्टिलिटी से जूझ रहे लोगों के लिए कहा था कि अगर कोई हाई फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट का सेवन करता है तो यह समस्या कम हो सकती है.
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अगर ऐसे में कोई दूध या क्रीम से बनी आइस्क्रीम का सेवन करता है तो निश्चित उसे इनफर्टिलिटी से छुटकारा मिल सकता है.
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