आपके ब्लड प्रेशर यानी रक्तचाप (BP) की निगरानी करना अपनी सेहत को सही रखने का सबसे अहम तरीका है.
Credit: FreePic
जब हमारा हार्ट शरीर में खून को पंप करता है तो ब्लड प्रेशर धमनियों की दीवारों पर पड़ने वाले दवाब को मापता है.
Credit: FreePic
ब्लड प्रेशर उम्र और जेंडर पर भी निर्भर करता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपका ब्लड प्रेशर लो है, नॉर्मल है या हाई है, यह कैसे पता चलता है?
Credit: FreePic
ब्लड प्रेशर की रीडिंग दो अंकों से बनी होती है. जैसे 120/80 MM HG (पारा का मिलीमीटर). ये दोनों अंक आपके ब्लड प्रेशर को मापने के लिए प्रयोग में लिए जाते हैं जिसे सिस्टोलिक प्रेशर और डायस्टोलिक प्रेशर कहते हैं.
Credit: FreePic
जब आपका हार्ट सिकुड़ता है तो सिस्टोलिक प्रेशर (अपर लिमिट) अधिकतम प्रेशर बताता है और डायस्टोलिक प्रेशर (लोअर लिमिट) हार्ट बीट के बीच जब रिलेक्स स्थिति में होता है, उस समय धमनी पर पड़ने वाले मिनिमम प्रेशर को बताता है.
Credit: FreePic
कई रिसर्च बताती हैं कि ब्लड प्रेशर उम्र के साथ बदलता रहता है जो शारीरिक बदलावों को भी बताता है. उम्र बढ़ने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर पर ध्यान देने की जरूरत होती है.
Credit: FreePic
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, 20 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए नॉर्मल ब्लड प्रेशर 120/80 मिमी एचजी से कम है.
Credit: FreePic
130 मिमी एचजी या उससे अधिक के सिस्टोलिक प्रेशर या 80 मिमी एचजी या उससे अधिक के डायस्टोलिक प्रेशर को हाई ब्लड प्रेशर कहा जाता है.
Credit: FreePic
जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपकी रक्त वाहिकाएं कठोर हो जाती हैं और उनमें प्लाक जमा हो सकता है जो आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है. यदि आपका ब्लड प्रेशर बहुत अधिक हो जाता है, तो आपको हृदय रोग, स्ट्रोक और बहुत कुछ होने का अधिक खतरा हो सकता है.
Credit: FreePic
तो आइए जानते हैं, उम्र के मुताबिक पुरुष और महिलाओं का ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए.
Credit: FreePic
18-39 वर्ष के पुरुषों का ब्लड प्रेशर 119/70 मिमी एचजी और महिलाओं का ब्लड प्रेशर 110/68 मिमी एचजी होना चाहिए.
Credit: FreePic
40-59 वर्ष के पुरुषों का ब्लड प्रेशर 124/77 मिमी एचजी और महिलाओं का ब्लड प्रेशर 122/74 मिमी एचजी होना चाहिए.
Credit: FreePic
60 साल से अधिक पुरुषों का ब्लड प्रेशर 133/69 मिमी एचजी और महिलाओं का ब्लड प्रेशर 139/68 मिमी एचजी होना चाहिए.
Credit: FreePic
उम्र के साथ ब्लड प्रेशर बढ़ता है, लेकिन एक्सरसाइज, डाइट और स्मोकिंग से परहेज करके ब्लड प्रेशर को रेंज में रखा जा सकता है.
Credit: FreePic
सीने या पीठ में दर्द, अधिक पसीना आना, सांस फूलना, बोलने में कठिनाई, सांस लेने में कठिनाई, कमजोरी आदि लो या हाई ब्लड प्रेशर के संकेत हो सकते हैं. अगर आपको इनमें से कोई लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
Credit: FreePic