प्रेग्नेंसी में किस तरह सोने से मिलती है कमर दर्द से राहत? महीने के हिसाब से जानें

3 March 2025

By: Aajtak.in

प्रेग्नेंसी में महिलाओं के शरीर में बहुत सारे बदलाव देखने को मिलते हैं. यह बदलाव न केवल अंदरूनी बल्कि बाहरी भी होते हैं.

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जहां अंदरूनी रूप से महिलाओं को हार्मोनल चेंजेस का सामना करना पड़ता है, वहीं बाहरी रूप से उनकी बॉडी शेप बदलती है.

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जैसे-जैसे महीने बढ़ते हैं, वैसे-वैसे महिलाओं का बेली बढ़ने लगता है. इसके कारण उन्हें सोने में बहुत परेशानी होती है.

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वह यह नहीं समझ पाती कि सीधे लेटकर सोएं या फिर करवट लेकर. इसके कारण उनकी कमर में दर्द भी होता है.

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अगर आप भी परेशान हैं तो आज हम आपको प्रेग्नेंसी में सोने की बेस्ट पोजीशन बताने वाले हैं. इसके साथ ही यह भी बताएंगे कि कौन से ट्राइमेस्टर में किस पोजीशन में सोना चाहिए.

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प्रेग्नेंसी के दौरान सोने के लिए बेस्ट पोजीशन ट्राइमेस्टर पर निर्भर करती है. इसके साथ ही यह ध्यान रखना भी जरूरी है कि आपको किस तरह सोने में आराम मिल रहा है.

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आप पीठ या पेट के बल सो सकते हैं. इसके साथ ही करवट लेकर भी सो सकती हैं. पेट के बल सोना सुरक्षित माना जाता है, लेकिन जैसे-जैसे आपका पेट बढ़ता है, आपको दिक्कत होने लगती है.

फर्स्ट ट्राइमेस्टर (शुरुआती 3 महीने)

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पीठ के बल सोने से पीठ दर्द, बवासीर और लो बल्ड प्रेशर हो सकता है.

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सेकेंड ट्राइमेस्टर में करवट लेकर सोने की सलाह दी जाती है. अब सवाल उठता है कि करवट भी किस तरफ? तो बता दें, बाईं ओर (लेफ्ट साइड) करवट लेकर सोने की सलाह दी जाती है.

सेकेंड ट्राइमेस्टर (चौथा, पांचवां और छठा महीना)

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घुटनों के बीच तकिया रखने से आपके कूल्हे पर पड़ने वाले दबाव और रीढ़ की हड्डी के एलाइनमेंट को ठीक पोजिशन में लाने में मदद मिल सकती है.

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तीसरे और आखिरी ट्राइमेस्टर में भी बाईं ओर करवट लेकर सोना बेस्ट माना जाता है. हालांकि, अगर आपको दिक्कत ज्यादा हो रही है तो आप अपनी बॉडी को ऊपर उठाने के लिए कमर के नीचे तकिए लगाकर पीठ के बल सो सकती हैं.

थर्ड ट्राइमेस्टर (सातवां, आठवां और नौवां महीना)

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