लंबाई के अनुसार कितना होना चाहिए महिलाओं का वजन, डॉक्टर सरीन ने बताया

भारत में लोगों के बीच मोटापा एक आम समस्या है. खासकर यहां पुरुषों की तुलना में महिलाएं मोटापे से ज्यादा ग्रसित हैं.

जीवनशैली में बदलाव, सेहत को फायदा पहुंचाने वाले खाद्य पदार्थों की जगह फास्ट फूड का अधिक सेवन और शारीरिक गतिविधियों में कमी मोटापे का सबसे बड़ा कारण है.

हाल ही में दिल्ली के ली मेरेडियन होटेल में हुए एजेंडा आजतक 2024 में देश के बड़े डॉक्टरों ने बताया कि मोटापा किस तरह भारतीयों को बीमारियों का घर बना रहा है.

उन्होंने कहा, 'दिल्ली में हमने कुछ समय पहले एक छोटा सा सर्वे किया था जिसमें 23 हजार महिलाएं शामिल हुई थीं. हमने इस दौरान पाया कि इनमें 68 पर्सेंट लेडीज ऐसी थीं जो हिलती-डुलती नहीं थीं. यानी वो पैदल चलने जैसी कोई भी फिजिकल एक्टिविटी नहीं करती थीं. घर से निकलीं और बस में बैठ गईं. 

उन्होंने इस दौरान किसी भी महिला या पुरुष के लिए सही वजन निकालने का तरीका भी बताया. हाइट के अनुसार सही वजन पता करने का सबसे अच्छा तरीका है कि आपकी सेंटीमीटर में जितनी हाइट हो, उससे 100 घटा देना है.

उदाहरण के लिए अगर किसी महिला की हाइट 160 सेमी है तो उससे 100 घटा दें, बच गया 60...यानी उसका सही वजन 60 किलो है. 

उन्होंने कहा कि अगर फैमिली हिस्ट्री में डायबिटीज, हार्ट या कैंसर जैसी बीमारियां हैं तो 5 से 6 किलो वजन और कम होना चाहिए.

इस दौरान डॉक्टर सरीन ने अपने और आसपास के बच्चों को हेल्दी रहने के लिए प्रेरित करने की भी अपील की. उन्होंने कहा, मेरे पास 17 साल का एक लड़का और उसकी मां आई.'

'वो बेस्ट स्कूल में पढ़ता था. उसका वजन 130 किलो था. उसका बीपी बढ़ा हुआ था. मैंने पूछा कि तुम्हारे घर में किसी ने तुम्हें टोका नहीं. तो उसने मुझसे कहा कि अंकल मुझसे रुका ही नहीं जाता. मुझे लगातार खाना है.'

उन्होंने कहा, 'इसमें उस बच्चे की गलती नहीं है. उसे किसी ने रोका नहीं. उसकी हार्ट की कंडीशन 60 साल के व्यक्ति की तरह थी. उसे स्कूल के टीचरों ने भी नहीं रोका. ये पूरे समाज का फर्ज है कि वो अपने और अपने आसपास के बच्चों को मोटापा ना दें. हेल्दी नेशन जरूरी है.'