भारत में अधिकतर मां-बाप अपने बच्चों को साथ ही सुलाना पसंद करते हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक उम्र होने के बाद बच्चों को साथ सुलाना बंद कर देना चाहिए.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, प्री-प्यूबर्टी के दौरान माता-पिता को बच्चों संग नहीं सोना चाहिए.
प्यूबर्टी और प्री-प्यूबर्टी उस स्टेज को कहा जाता है, जब बच्चे का शरीर यौन रूप से परिपक्व होने लगता है.
लड़कियों में प्यूबर्टी फेज औसत रूप से 11 साल की उम्र से शुरू हो जाता है. 8 से 13 साल के बीच शुरू होना सामान्य है.
वहीं लड़कों में प्यूबर्टी फेज औसत रूप से 12 साल की उम्र में शुरू होता है. 9 से 14 साल तक शुरू होना सामान्य है.
एक्सपर्ट्स कहते हैं कि प्यूबर्टी फेज में बच्चों में काफी बदलाव होते हैं, जिस वजह से वे अकेले ही सहज रहते हैं.
माता-पिता का इस उम्र में भी साथ सोना बच्चों के लिए असहजता का कारण बन सकता है.
कई बार माता-पिता का साथ में सोने का बुरा असर बच्चों की नींद पर भी देखने को मिल जाता है.