प्रोटीन पाउडर सिर्फ फिटनेस फ्रीक लोगों के लिए नहीं है. ऐसे लोग जो खाने से प्रोटीन की कमी को पूरा नहीं कर पा रहे हैं, डॉक्टर्स भी उनको प्रोटीन पाउडर रिकमेंड करते हैं.
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प्रोटीन पाउडर लेना काफी आसान होता है क्योंकि इसे पानी में घोलकर आसानी से लिया जा सकता है. आपको प्रतिदिन कितने प्रोटीन की जरूरत है, यह आपकी बॉडी, वजन और फिजिकल एक्टिविटी पर निर्भर करता है.
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लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर कोई रोजाना प्रोटीन पाउडर का सेवन करेगा तो उसके शरीर पर क्या असर होगा. लेकिन आइए उससे पहले कुछ बातें और जानते हैं.
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प्रोटीन एक आवश्यक पोषक तत्व है जिसे डाइट से लेना होता है. यह ओवरऑल हेल्थ को सही रखने में भी मदद करता है. सिंपल लाइफस्टाइल वाले लोगों को भी शरीर के वजन का 0.8 ग्राम प्रतिकिलो के मुताबिक प्रोटीन लेना चाहिए.
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रजिस्टर्ड डाइट एक्सपर्ट एरिक बस्टिलो का कहना है, 'प्रोटीन पाउडर, शरीर में प्रोटीन की मात्रा को बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका है. कई लोग वर्कआउट के बाद रिकवरी के लिए प्रोटीन नहीं लेते. अगर वे लोग प्रोटीन पाउडर लेते हैं तो वह तुरंत मसल्स रिकवरी करता है.'
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'हर दिन प्रोटीन पाउडर का उपयोग करना सुरक्षित है. प्रोटीन पाउडर डेयरी, सोया, मटर, चावल और अंडे से बनते हैं. आपको प्रोटीन पाउडर लेने के लिए वर्कआउट की जरूरत नहीं है. यह बस एक सप्लीमेंट है. यानी अगर खाने से प्रोटीन ना ले सकें तो पाउडर से ले सकते हैं.'
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साउथ कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन, लॉन्गिटिविटी पर MS करने वाली मारिसा गैब (Marissa Gaab) का कहना है, 'रोजाना प्रोटीन पाउडर लेना बिल्कुल गलत नहीं है. लेकिन लोगों को पहले खाने से प्रोटीन लेना चाहिए. अगर फिर भी प्रोटीन की कमी पूरी ना हो, तब प्रोटीन पाउडर लेना चाहिए.'
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30 की उम्र के बाद हर इंसान अपने शरीर के कुल मसल्स का 3 से 8 प्रतिशत हर 10 साल खो देता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोग फिजिकल एक्टिविटी कम कर देते हैं. ऐसे में प्रोटीन पाउडर का सेवन करने से मसल्स लॉस नहीं होगे.
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जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपको हाई प्रोटीन वाली डाइट लेना चाहिए और वेट ट्रेनिंग करनी चाहिए, ताकि मसल्स लॉस न हो.
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भोजन के बाद संतुष्ट होना कि आपका पेट भर गया है और आपको कुछ नहीं खाना है, यह फीलिंग होना काफी जरूरी है. प्रोटीन वाले फूड से तृप्ति की भावना बढ़ती है जिससे आप कम खाते हैं.
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प्रोटीन पाउडर में कम कैलोरी होती है. इससे कम कैलोरी में अधिक प्रोटीन का सेवन कर पाएंगे और वहीं प्रोटीन पेट को देर तक भरा रखता है जिससे आप कम खाएंगे. इससे वजन कम हो सकता है.
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प्रोटीन पाउडर का उपयोग करने से आपको 9 जरूरी अमीनो एसिड मिल जाते हैं जो मसल्स के लिए जरूरी होते हैं. व्हे प्रोटीन और सोया प्रोटीन में सारे अमीनो एसिड मौजूद होते हैं इसलिए इसे लेना फायदेमंद होता है.
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किडनी, लिवर, मेटाबॉलिज्म या लैक्टोस इन्टोलरेंस वाले लोगों को व्हे प्रोटीन के सेवन से बचना चाहिए. लेना भी हो तो पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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बस्टिलो का कहना है लगातार एक जैसा प्रोटीन लेने से स्वाद खराब लग सकता है जिसके कारण गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं, सिरदर्द और दस्त जैसे लक्षण दिख सकते हैं.
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गैब बताती हैं, 'हमेशा ऐसा प्रोटीन पाउडर चुनें जो NSF या इनफॉर्मेड-स्पोर्ट सर्टिफाइड हो. ये लेबल दर्शाते हैं कि आपके प्रोटीन पाउडर में कोई बैन किया गया पदार्थ या असुरक्षित लेवल के प्रेस्टिसाइज नहीं हैं.
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