14 Feb 2024
इंदौर में एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ने भीख मांगने वाली महिला को पकड़ा. दावा है कि 40 साल की महिला ने महज 45 दिन के भीतर भीख मांगकर 2.5 लाख रुपये कमाए हैं
'प्रवेश संस्था' की अध्यक्ष रूपाली जैन ने बताया, हमने इंदौर-उज्जैन रोड के लव-कुश चौराहे पर इंदिरा बाई (40) को भीख मांगते पकड़ा. तलाशी में उसके पास से 19 हजार 200 रुपये नकद मिले.
महिला के 5 बच्चे हैं. दो बच्चे उसने अपने राजस्थान स्थित गांव में रख रखे हैं और 3 बच्चों को लेकर यह पूरे परिवार के सहित लव कुश चौराहे पर भीख मांगती थी.
भीख मांगने वाली महिला ने इंदिरा ने प्रतिदिन 2-3 हजार रुपए कमाने की बात कुबूली है. वहीं, पिछले 45 दिनों की कमाई का आंकड़ा 2.5 लाख के पार पहुंच गया.
इस रकम में से महिला ने एक लाख रुपए अपने गांव सास-ससुर के पास भेज दिए. बचे 50 हजार उसने अपने खाते में डाले और ₹50 की एफडी बच्चे के नाम कराई. बचे ₹50 उसने खुद के खर्चे के लिए रख लिए थे.
इंदौर में पेशेवर तौर पर भीख मांगने वाले 150 लोगों के समूह में शामिल महिला इंदिरा के परिवार की राजस्थान के एक गांव में जमीन और दो मंजिला मकान भी है.
भीख मांगने वाली इंदिरा के नाम से उसके पति ने एक मोटरसाइकिल भी खरीदी है. भीख मांगने के बाद पति के साथ इंदिरा मोटरसाइकिल पर बैठकर शहर में घूमती है.
'प्रवेश संस्था' की शिकायत पर पुलिस ने बच्चों को CWC को सुपुर्द कर दिया जबकि महिला को जेल भेजा जा चुका है. बाकी परिवार के सदस्य भाग निकले.
बाणगंगा थाने के SI ईश्वरचंद्र राठौड़ ने बताया कि भीख मांगने के दौरान पकड़े जाने के बाद इंदिरा ने उग्र बर्ताव किया और NGO की एक महिला कार्यकर्ता से विवाद किया.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि विवाद के बाद महिला को CRPC की धारा 151 के तहत एहतियातन गिरफ्तार किया. एसीपी की अदालत में पेश किया गया जहां से उसे न्यायिक हिरासत के तहत जेल भेज दिया गया.