'वेक अप चंद्रयान-3... क्या एक दिन बाद होगा करिश्मा?', उठने लगे सवाल

21 Sept 2023

रिपोर्ट: सिद्धार्थ गुप्ता

चांद पर उतरे विक्रम लैंडर को 4 सितंबर को सुला दिया गया है. उसके सारे पेलोड्स बंद कर दिए गए थे. सिर्फ रिसीवर ऑन था. उम्मीद है कि अब 22 सितंबर को वो जाग जाएगा.

दरअसल, चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव से 600 किलोमीटर दूर मौजूद शिव शक्ति प्वाइंट पर सुबह होने वाली है. वो भी अगले 14-15 दिनों के लिए.

अगर सूरज की पर्याप्त रोशनी Chandrayaan-3 के विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के सोलर पैनल्स पर पड़ी तो वो जाग जा सकते हैं.

इसके बाद चंद्रयान-3 क्या करिश्मा करेगा, इसे लेकर युवाओं के मन में कई सवाल हैं. यूपी के बांदा में छात्रों ने कहा कि हम चंद्रयान-3 की हर खबर देख रहे हैं और पढ़ रहे हैं.

उन्होंने कहा कि हम जानना चाहते हैं कि आखिर 22 के बाद क्या चमत्कार होगा. हमें चंद्रयान-3 क्या नई जानकारी देगा.

बता दें, चंद्रयान-3 का क्रेज न सिर्फ युवाओं, बल्कि बड़े-बूढ़ों में भी उतना ही है. बांदा के कुछ बुजुर्ग लोगों का कहना है कि हम लोग मोबाइल चलाना तो नहीं जानते. लेकिन टीवी पर इसकी खबरें जरूर देखते हैं.

बुजुर्गों का कहना है कि चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिग करवा कर इसरो ने भारत का नाम रौशन किया है. हमें हमारे वैज्ञानिकों पर गर्व है.

बता दें, फिलहाल विक्रम लैंडर का रिसीवर ऑन है. उसके सारे यंत्र बंद है. यही हाल प्रज्ञान रोवर का भी है. 22 सितंबर को इसरो वैज्ञानिक फिर से विक्रम लैंडर से संपर्क साधने का प्रयास करेंगे.

तब तक लैंडर के अंदर लगी बैटरी चार्ज हो जाएगी. सारे यंत्र ठंड से निकलने के बाद गर्म हो चुके होंगे. एक्टिव हो चुके होंगे. 

विक्रम अपने सोने से पहले एक बार और चांद पर उछला था. उसने छलांग लगाई थी. छलांग के पहले और बाद की फोटो भी ISRO ने जारी भी की थी. जिसमें जगह बदली हुई दिख रही है.