'चांद पर ये सीमेंट जैसी फर्श क्या है...' तस्वीर देख छात्रों ने किया सवाल

रिपोर्टः रवी गुप्ता

21 Sept 2023

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की मेहनत का नतीजा है कि चंद्रयान 3 मिशन चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचा.

चंद्रयान 3 जब धरती से लाखों किलोमीटर दूर चांद के साउथ पोल पर लैंड हुआ तो हर देशवासी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया.

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के बाद इसरो चीफ एस सोमनाथ ने कहा था कि ये इसरो के वैज्ञानिकों की मेहनत का नतीजा है.

अंतरिक्ष रहस्यों से भरा है. वैज्ञानिक इसकी पड़ताल करते रहे हैं. अब जब भारत का चंद्रयान-3 चांद पर पहुंचा है तो चांद के कई राज सामने आए हैं. 

चंद्रयान-3 जहां पर उतरा है, वहां 22 सितंबर को फिर सूरज की रोशनी होगी. इसको लेकर उम्मीद है कि रोवर प्रज्ञान और लैंडर फिर से काम करने लगेंगे.

चंद्रयान 3 ने जो तस्वीरें धरती पर भेजी हैं, उनमें कई में चांद के गड्ढे नजर आ रहे हैं तो कई में मैदान, पहाड़, घाटियां और रेगिस्तान जैसा नजारा दिखता है.

छात्रा अनुष्का ने चंद्रयान 3 की लगभग सभी तस्वीरें देखी हैं. इनमें खासतौर पर एक तस्वीर को लेकर अनुष्का के मन में सवाल आया. 

इस तस्वीर को लेकर छात्रा का कहना है कि इसमें ज्यादातर हिस्सा समतल दिख रहा है. वहीं कुछ गड्ढे नजर आ रहे हैं.

फिलहाल चांद पर अब 22 सितंबर को सुबह होने वाली है. उम्मीद की जा रही है विक्रम लैंडर और रोवर प्रज्ञान दोबारा नींद से जागेंगे.