Amazing... यहां पशुओं को मिलता है 1 दिन का 'वीक ऑफ'

By:  Satyajeet Kumar/Sangeev Giri 

झारखंड के लातेहर के कुछ गावों में पशुओं को रविवार को छुट्टी देने की परंपरा पिछले 100 सालों से चली आ रही है. 

लातेहर के 20 से ज्यादा गांवों में यह परंपरा चली आ रही है. यहां बैल और अन्य मवेशियों को रविवार के दिन 'वीक ऑफ' दिया जाता है. 

'वीक ऑफ' वाले दिन सभी मवेशी पूरी तरह से आराम करते हैं, ताकि वह सप्ताह भर की अपनी थकान दूर कर तरोताजा हो सकें. 

ग्रामीणों का मानना है कि उनके पूर्वजों ने सही नियम बनाए हैं. जैसे मनुष्य को आराम की जरूरत होती है, वैसे ही जानवरों को भी आराम की जरूरत है. 

ग्रामीण बताते हैं कि 10 दशक पहले जुताई के वक्त एक बैल की मौत हो गई थी. मंथन करने पर यह निष्कर्ष निकाला गया.

मवेशियों के अवकाश के दिन किसान या ग्रामीण जिनके खेत होते हैं वो खुद ही जुताई करते हैं.  

मवेशियों को हफ्ते में एक दिन की छुट्टी देने की परंपरा लातेहार जिले के हरखा, मोंगर, ललगड़ी और पकरार समेत कई अन्य गांवों में है. 

 जानवर अपनी मेहनत के बल पर मनुष्य के जीवन यापन में सहयोग करते हैं. ऐसे में मनुष्यों का भी कर्तव्य है कि वह जानवरों के हित-अहित का ख्याल रखें.