15 लाख लोगों को लूटने की तैयारी...  यूं हो गई फेल

21 Sep  2023

Aajtak.in

27 गेमिंग-बैटिंग वेबसाइट, 6 हजार अकाउंट, 15 लाख लोग टारगेट पर, करीब 38 हजार करोड़ रुपये ऑनलाइन ठगी का प्रयास... विदेश में बैठे साइबर ठगी बड़े ऑनलाइन फ्रॉड करने की तैयारी में थे. ठग चीन, वियतनाम, फिलिपींस के सर्वरों के माध्यम से लाइव री-स्ट्रीमिंग के जरिए अवैध बैटिंग, गेमिंग, बैंकों में खाते खुलवा रहे थे.

शाहगंज थाने में एक निजी कंपनी ने केस दर्ज कराया था. पुलिस ने 4 महीने तक मामले की जांच की. खुलास हुआ कि आगरा में बैठे ठग बड़े फ्रॉड की तैयारी में थे. साइबर टीम ने 27 गेमिंग वेबसाइट और अलग-अलग बैंकों में किराए पर खोले गए 6 हजार खातों को केंद्रीय और स्टेट एजेंसीज की मदद से बंद करवाया. 

पुलिस का कहना है कि चीन, रूस, वियतनाम और फिलिपींस में बैठे अपराधी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स का डाटा चुराकर लोगों से फर्जी ऐप पर बैटिंग करवा रहे थे. हर दिन 80 से 100 करोड़ रुपये की कमाई कर रहे थे.

शुरुआती दौर में बैटिंग करने वालों को खेल में अच्छा खासा मुनाफा करवाते थे. सब्सक्राइबर्स बढ़ने पर यूजर्स से सब्सक्रिप्शन चार्ज लेते. जब फर्जी एप के जरिये 100, 200 करोड़ रुपये की कमाई कर लेते थे तो वेबसाइट पेज को बंद कर देते थे.

पहली वेबसाइट बंद करने के बाद नई वेबसाइट शुरू की जाती. पूरे नेटवर्क को विदेश में बैठे अपराधी संचालित कर रहे थे. पुलिस ने इस खेल में शामिल 6000 बैंक खातों को बंद करवाया है. इन्हीं खातों के जरिए करीब 600 करोड़ रुपये का फ्रॉड लोगों के साथ हो चुका है.

खातों के जरिए ही करोड़ों की रकम का ट्रांजेक्शन किया जा रहा था. इनमें सेविंग और करंट अकाउंट शामिल हैं. पूरे खेल में एजेंट को ट्रांजेक्शन का 30% कमीशन दिया जाता था, जबकि खाताधारक को हर ट्रांजेक्शन पर तीन प्रतिशत का कमीशन दिया जाता था. जिन खातों से रुपये का ट्रांजेक्शन किया जा रहा था, वह सभी प्राइवेट बैंकों के हैं.

पुलिस कमिश्नर डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि मामले की जांच अभी जारी है. जांच में जिन लोगों के नाम सामने आएंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. 

ओटीटी प्लेटफॉर्म्स का डाटा चुराकर लोगों से गेमिंग एप पर बैटिंग करवाई जा रही थी. हर दिन करोड़ों रुपये की कमाई की जा रही थी. इस तरह की 27 वेबसाइट को बंद कराया गया है. इसी के साथ छह हजार बैंक खातों को भी ब्लॉक करवा दिया गया है.