दिल्ली में एक महिला कांस्टेबल मोना की हत्या का राज दो साल बाद खुला है.
मोना की हत्या उसके साथ ही काम करने वाले हेड कांस्टेबल सुरेंद्र राणा ने की थी.
मोना सुरेंद्र राणा को डैडा यानि पिता बुलाती थी और सुरेश उसे बेटा बोलता था.
मोना दो सालों से लापता थी जिसके बाद सुरेंद्र उसके परिजनों को बेवकूफ बना रहा था.
वो मोना के ऑडियो रिकॉर्डिंग का इस्तेमाल करता था ताकि परिजनों को लगे कि उनकी बेटी जिंदा है.
एकतरफा प्यार में सुरेंद्र राणा ने मोना की हत्या कर दी थी और शव को नाले में फेंक दिया था.
जब मोना की हत्या से पर्दा उठा तो हेड कांस्टेबल सुरेंद्र राणा की सच्चाई जान अधिकारी भी हैरान रह गए थे.