धनतेरस पर खरीदना है सोना-चांदी? ऐसे करें शुद्धता की पहचान
दिवाली या धनतेरस के मौके पर सोना-चांदी खरीदने की परंपरा है. ज्यादातर लोग धनतेरस पर सोने की खरीदारी करते हैं.
लेकिन कई बार लोगों को ठगी का डर रहता है. इसलिए जरूरी है कि आपको असली सोने की पहचान होनी चाहिए.
आइए जानते हैं सोने की ज्वेलरी लेते वक्त आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए.
सोने की ज्वेलरी खरीदते वक्त आपको हॉलमार्क जरूर चेक करना चाहिए.
हॉलमार्क पर पांच अंक होते हैं. सभी कैरेट का हॉलमार्क अलग होता है.
22 कैरेट पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 कैरेट पर 750 लिखा होता है.
हॉलमार्क के तहत हर गोल्ड ज्वेलरी पर भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) अपने मार्क के द्वारा शुद्धता की गारंटी देता है.
हॉलमार्क ज्वेलरी की चार तरह से पहचान कर सकते हैं.
पहला (बीआईएस मार्क)- हर ज्वेलरी पर भारतीय मानक ब्यूरो का ट्रेडमार्क यानी BSI का लोगो होगा.
दूसरा (कैरेट में प्योरिटी)- हर ज्वेलरी की कैरेट या फाइनेंस में प्योरिटी होगी.
तीसरा- हर ज्वेलरी पर एक विजिबल आइडेंफिकेशन मार्क होगा जो हालमार्क सेंटर का नंबर होगा.
चौथा- हर ज्वेलरी पर एक विजिबल आइडेंटिफिकेशन मार्क होगा. यानी यह किस ज्वेलर के यहां बना है, उसकी पहचान होगी.