रोशनी के त्योहार दिवाली के मौके पर पटाखे जलाने की परंपरा चली आ रही है.
हालांकि, प्रदूषण फैलाने वाले और तेज आवाज वाले पटाखों की अनुमति नहीं होती है.
पटाखे जलाना परेशानी का सबब न बन जाए, इसलिए कुछ बातों का खास ध्यान रखें.
बंद कमरे में भूलकर भी पटाखे ना जलाएं.
बेहद नजदीक से या हाथ में पकड़कर पटाखों को न जलाएं.
दिवाली पर धुएं और प्रदूषित हवा से बचने के लिए बाहर निकलने की बजाए घर में ही रहने की कोशिश करें.
अगर पटाखा नहीं जलता या फूटता तो तुरंत उसके पास न जाएं.
शोर की तीव्रता कम करने के लिए ईयरप्लग या ईयर फोन का प्रयोग करें.
तेज आवाज वाले पटाखों का प्रयोग ना करें. बुजुर्गों के पास पटाखें ना जलाएं.
पटाखे जलाने के लिए मोमबत्ती या लंबी लकड़ी का इस्तेमाल करें.