मिस इंडिया नंदिनी नौवीं में हो गई थीं फेल, 70 में से आए थे 15 अंक
By Aajtak.in
4 May 2023
राजस्थान के कोटा की रहने वाली नंदिनी गुप्ता फेमिना मिस इंडिया का ताज अपने नाम करने के बाद पहली बार अपने पैतृक गांव भांडाहेड़ा पहुंचीं.
इस दौरान पूर्व विधायक हीरालाल नागर ट्रैक्टर से नंदिनी को गांव तक ले गए. मिस इंडिया नंदिनी ने भी इस दौरान कुछ दूर तक ट्रैक्टर चलाया. गांव में हजारों लोगों ने नंदिनी का ढोल नगाड़े बजाकर स्वागत किया.
नंदिनी का कहना है कि वे 9वीं क्लास में गणित में फेल हो गई थीं. उसमें मेरे 70 में से 15 अंक आए थे, यह देखकर उदास हो गई थी. इसके बाद टीचर्स ने कहा कि पढ़ाई जारी रखो. हमने उनकी बात मानी और आखिर मैनेजमेंट में सेकंड पोजीशन बनाई.
नंदिनी ने कहा कि बैकग्राउंड मायने नहीं रखता. कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कहां से आते हैं. मैं हाडोती से हूं, इसीलिए हाडोती अच्छी तरह से बोलना आती है, साथ ही हिंदी में भी बात करती हूं.
नंदिनी ने कहा कि इस फील्ड में इंग्लिश कमजोर होना सबसे बड़ी समस्या थी. उस लेवल पर हिंदी में कम्युनिकेशन में थोड़ी परेशानी होती है. हमने इंग्लिश में सुधार किया. अब नई जर्नी की शुरुआत है.
नंदिनी ने कहा कि आप सभी के सिर पर भी एक ताज है. आपको इसका पता है. यह ताज चुनौतियों, असफलताओं और कठिनाइयों का है. हम लड़कियां हैं. ऐसी लड़कियां जो बहुत कुछ कर सकती हैं. इसके लिए मेहनत करिए, चुनौतियों से डरें नहीं, संघर्ष करें.
नंदिनी गुप्ता ने यह भी कहा कि कोटा जैसे शहर से मुंबई जाकर अपने और परिवार के सपने को साकार करना आसान नहीं था.
नंदिनी ने कहा कि मिस इंडिया बनने का सफर मेरे लिए किसी चैलेंज से कम नहीं था, लेकिन परिवार और माता पिता के सपोर्ट ने सपना साकार करवा दिया.
अपने पैतृक गांव पहुंचने के बाद नंदिनी गुप्ता ने हाड़ौती बोली में लोगों से बातचीत की और उनका हालचाल पूछा. नंदिनी ने गांव के प्राचीन मंदिर के दर्शन कर भगवान से आशीर्वाद लिया.