पहले आरिफ, अब अफरोज… सारस से दोस्ती और जुदाई की देखिए तस्वीरें
पहले आरिफ, अब अफरोज… सारस से दोस्ती और जुदाई की देखिए तस्वीरें
By: aajtak.in
अमेठी में आरिफ के बाद अब सुल्तानपुर के अफरोज को सारस पालना महंगा पड़ गया. मंगलवार रात वन विभाग की टीम ने सारस को कब्जे में लिया और उसे लेकर चली गई.
करीब 6 महीने पहले उसे ये सारस चांदा के पास मिला था. मछली फार्म के पास सारस को देखा था. उसे लगा कि जानवर इसे घायल न कर दें, इसलिए वह सारस को घर लेकर आ गया था.
कुछ ही दिनों में सारस उससे घुल-मिल गया. घर के लोग भी सारस को प्यार करने लगे थे. उसका नाम स्वीटी रखा गया था. अफरोज के साथ ही सारस खाता-पीता था.
अफरोज का कहना है कि वह सारस को अपने पास रखने के लिए कागजी कार्रवाई के लिए भी तैयार है. उसका कहना है कि यहां पर सारस को किसी भी हाल में नुकसान नही पहुंचेगा.
अफरोज ने कहा कि उसे राजनीति से दूर रखा जाए. स्वीटी को उसके सुपुर्द कर दिया जाए क्योंकि वह अभी बच्चा है. वह उड़ना नहीं जानता है. उड़ना सीख जाने के बाद उसे खुद ही छोड़ देंगे.
सुल्तानपुर वन अधिकारी आरके त्रिपाठी का कहना है वन्य जीव अधिनियम 72 के तहत राज्य पक्षी को बिना परमिशन के पाला नहीं जा सकता है. इसलिए हमने सारस को कब्जे में ले लिया है.
सारस को वन विभाग कार्यालय में रखा गया है. आला-अधिकारियों को सूचना दी गई है. उनके आदेश के बाद सारस को किसी जू में छोड़ दिया जाएगा. अफरोज पर सुसंगत धाराओं में कार्रवाई की जाएगी.
बीते दिनों अमेठी के रहने वाले आरिफ और सारस की दोस्ती की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. इसके बाद वन विभाग की टीम ने आरिफ को सारस से जुदा कर दिया.
सारस को पहले रायबरेली और फिर अब कानपुर के चिड़ियाघर में 15 दिनों के लिए क्वारेंटीन किया गया है. इस मामले में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सरकार पर निशाना साध रहे हैं.