16 July 2024
उत्तर प्रदेश में बाढ़ का क़हर चारों तरफ़ देखने को मिल रहा है, ऐसे में हरदोई ज़िले में एक दर्जन से ऊपर गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं.
आलम यह है कि कंधे तक पानी के बीच में लोगों को रहने पड़ रहा है क्योंकि गर्रा नदी का जल स्तर लगातार बढ़ा हुआ है.
हरदोई के हरिश्चंद्र पुर गांव सहित एक दर्जन गांव गर्रा नदी के चपेट में आ गए हैं, जहां पानी गर्दन तक पहुंच गया है.
अब गांव वाले ऐसे पानी में ही रहने के लिए मजबूर हैं. यहां घरों में पानी भर गया और कई क़स्बे पूरी तरह से बाढ़ के पानी में डूब गए. पूरी फसलें भी तबाह हो गईं.
हरिवंशापुर के रहने वाले, सोनू के मुताबिक़, बाढ़ का पानी बहुत ज्यादा है और कोई नाव भी उपलब्ध नहीं है. चारों तरफ़ पानी ही पानी मौजूद है.
राम नरेश का कहना है कि बाढ़ से उनके घर में मवेशियों को खिलाने वाली चारा काटने कि मशीन भी डूब गई है और चारा भी बह गया, सबकुछ पानी में डूब गया.
दूध का व्यापार करने वाले नरेंद्र सिंह का कहना है कि गायों के लिए खाने वाला चारा नहीं बचा है, सब पानी में बह गया है, बहुत नुक़सान हो गया.
हरदोई के भटौली गांव में घरों में पानी चला गया है, कई गांव टापू बन गए हैं.
कहीं, घरों की छत पर बैठकर लोग इंतज़ार कर रहे हैं कि कैसे भी पानी निकले तो जीवन में सुधार हो सके.