09 Sep 2024
देशभर में इन दिनों गणेशोत्सव को लेकर धूम मची है. इसी बीच मुंबई के एक मूर्तिकार ने पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए गणपति की अनोखी मूर्ति बनाई है.
मुंबई के एक चॉकलेट मूर्तिकार रिंटू राठौड़ ने अपने प्रयासों से चॉकलेट, सूखे मेवे, बाजरा और गुड़ से गणपति की मूर्ति बनाई है.
मूर्तिकार ने गणपति की एक ऐसी मूर्ति बनाई है जिसे विसर्जन के बाद आसानी से दूध में डुबोया जा सकता है. मूर्ति के विसर्जन के लिए 90 लीटर दूध की आवश्यकता होगी.
गणपति को वसर्जन के बाद इस 'देसी प्रोटीन शेक' को वंचित बच्चों को प्रसाद के रूप में बांट दिया जाएगा.
इस मूर्ति को बनाने के लिए 30 किलोग्राम चॉकलेट का उपयोग किया गया है और इसे बनाने में 48 घंटे लगे हैं.
इस मूर्ति में साफ तौर पर दिखाया गया है कि ब्रह्मांड के कामकाज के आवश्यक संतुलन के लिए स्त्री और पुरुष दोनों की ऊर्जा की जरूरत है.
इस मूर्तिकार की बनाई गई मूर्तियां हमेशा डिमांड में रहती हैं. इस साल उन्होंने ग्राहकों के लिए 3 इंच से लेकर 3 फुट तक की लगभग 100 मूर्तियां बनाई हैं.
कुछ तो खीर, पंचामृत (खजूर, किशमिश, केला, दूध का ऑर्डर), सूखे मेवे, केसर, गुलाब के दूध के गणपति से भी बनाई गई हैं.