काशी को शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ ) की सांस्कृतिक राजधानी का दर्जा दिया गया है.
इसी मकसद से वाराणसी में 17 से 20 जनवरी तक हॉट एयर बैलून फेस्टिवल का आयोजन किया गया है.
मंगलवार सुबह आकाश में सूरज की किरणें जैसे ही फूटीं, वैसे ही आसमान में हॉट एयर बैलूनों ने उड़ान भरी.
शहर के CHS ब्वायस इंटर कॉलेज के मैदान से 10 की संख्या में हॉट एयर बैलूनों ने आसमान में उड़ान भरी.
इस अनूठे हॉट एयर बैलून का नजारा देखते ही बनता था. छह देशों के बेहतरीन गुब्बारा एक्सपर्ट्स यहां पहुंचे थे.
गुब्बारे में सवार लोगों ने धार्मिक अनुष्ठानों, काशी की स्थल सीमा और श्रद्धालुओं को गंगा में डुबकी लगाते हुए देखा.
500 फिट की ऊचाई तक पहुंचे हॉट एयर बैलून पर सवार लोगों ने काशी की सड़कों और गलियों का नजारा देखा.
इसके अलावा, इन गुब्बारों से पक्के घाटों और अर्धचंद्राकार गंगा के किनारे और गंगा पार रेत का भी नजारा दिखा.
वाराणसी के भेलूपुर से शुरू हुई हॉट एयर बैलून की उड़ान के पहले दिन के पड़ाव का अंत गंगा पार चंदौली में हुआ.
चंदौली में लैंड करने के बाद हॉट एयर बैलून लोगों के लिए किसी कौतूहल से कम नहीं था.