सूर्य उपासना के महापर्व छठ पूजा का चार दिवसीय त्यौहार आज से शुरू हो गया है. दूर दराज के शहरों में रहने वाले यूपी-बिहार के लोग ट्रेनों के माध्यम से अपने घरों को पहुंच रहे हैं.
बिहार-झारखंड की तरफ जाने वाली ट्रेनों में आज भी जबरदस्त भीड़ का आलम है. हालात ऐसे हैं कि ट्रेन के डिब्बों में तिल रखने की जगह नहीं है. लोग ट्रेन के अंदर ठूंस-ठूंस कर भरे हुए हैं और जो लोग बाहर हैं वह लोग ट्रेन में चढ़ नहीं पा रहे हैं.
ये तस्वीरें दिल्ली-हावड़ा रेल रूट के सर्वाधिक व्यस्ततम रेलवे स्टेशनों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन की है. दिल्ली से चलकर पुरी जाने वाली पुरुषोत्तम एक्सप्रेस यहां पहुंची तो भीड़ का आलम आप देख ही सकते हैं.
एक तरफ जहां कोच के अंदर लोगों का हुजूम है. वहीं दूसरी तरफ लोग दरवाजे पर भरे पड़े हैं और बहुत तो ऐसे भी हैं जो पायदान पर लटक कर यात्रा करने को मजबूर हैं. ट्रेन के अंदर इतनी भीड़ है कि सांस लेना मुश्किल हो रहा है.
ट्रेन में सवार दिव्या नाम की एक महिला यात्री ने बताया कि ट्रेन के अंदर हालत बहुत खराब हैं और महिलाओं के लिए बहुत दिक्कत हो रही है. इन्होंने कहा कि सरकार को और भी ट्रेनों को चलाना चाहिए.
ट्रेन सवार विक्रम झा तो काफी गुस्से में दिखाई दिया. इन्होंने बताया कि मैं दिल्ली से टाटानगर जा रहा हूं. जब से ट्रेन में बैठा हूं, तब से अभी तक प्रशासन का एक भी आदमी ट्रेन में मौजूद नहीं है. मैं खड़ा होकर सफर कर रहा हूं. 4 महीने पहले कंफर्म टिकट लिया था लेकिन खड़े होकर यात्रा कर रहा हूं.
एक तरफ ट्रेन के अंदर खचाखच लोगों की भीड़ है. वहीं दूसरी तरफ पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन पर भी ऐसे सैकड़ों लोग पहले से मौजूद थे जो इस ट्रेन को पड़कर अपने घर जाना था. लेकिन ट्रेन पहले से ही यात्रियों से भरी हुई थी और दरवाजों पर जबरदस्त जाम था. जिसकी वजह से बहुत लोग ट्रेन में चढ़ ही नहीं पाए.