भारतीय सेना ने 15 जनवरी को अपने 75वें स्थापना दिवस का जश्न मनाया.
बेंगलुरु में सेना के स्थापना दिवस पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन हुआ.
बेंगलुरू के एएससी सेंटर में 'शौर्य संध्या' का आयोजन किया गया.
इस कार्यक्रम में भारतीय सेना ने अपनी ताकत का प्रदर्शन किया.
कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और आला सैन्य अफसर मौजूद रहे.
सेना के जवानों ने एक से बढ़कर एक हैरतअंगेज कारनामों का प्रदर्शन किया.
रक्षा मंत्री ने कहा कि तवांग में सेना ने देश को गौरवान्वित किया है और अपनी वीरता और दृढ़ संकल्प के साथ प्रत्येक भारतीय में विश्वास की भावना पैदा की है.
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारतीय सेना ने न केवल पश्चिमी और उत्तरी सीमाओं पर चुनौतियों का मुकाबला किया है, बल्कि देश में भी बहुत योगदान दिया है.
राजनाथ सिंह ने कहा कि समय के साथ सुरक्षा चुनौतियां बदली हैं. पहले युद्ध मानव केंद्रित हुआ करते थे, लेकिन धीरे-धीरे तकनीक के साथ युद्ध बदल रहे हैं.
वहीं, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा, 'पिछले साल भारतीय सेना ने दृढ़ता के साथ लगातार सुरक्षा संबंधी चुनौतियों का सामना किया है.'
जनरल पांडे ने कहा कि भारतीय सेना एलएसी पर किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
सेना प्रमुख ने कहा कि नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम बनाए रखा जा रहा है, जबकि उल्लंघन में कमी आई है, वहीं सीमा पार आतंकवादी ढांचा मौजूद है.
सेना प्रमुख ने कहा, हमारा घुसपैठ रोधी ग्रिड लगातार सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशों को रोक रहा है.