भारतीय नौसेना अब INS Vagir अटैक सबमरीन से लैस हो चुकी है.
इसका नाम सैंडफिश की एक प्रजाति के नाम पर रखा गया है. जिसे सैंड शार्क बुलाते हैं.
यह अटैक सबमरीन दुश्मन के रडार को धोखा देकर हमला कर सकती है.
यह समंदर के अंदर बारूदी सुरंग बिछा सकती है. इसे 1150 फीट की गहराई में तैनात कर सकते हैं.
स्टेल्थ तकनीकों से लैस होने की वजह से दुश्मन को इसकी मौजूदगी का आसानी से पता नहीं चलेगा.
पनडुब्बी में ऑक्सीजन बनाने की क्षमता है इसलिए यह अधिकतम 50 दिनों तक पानी में रह सकती है.
यह पनडुब्बी लहरों पर 20 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चलती है. अन्य डिटेल्स नीचे चेक करें.