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पश्चिम बंगाल के मालदा के हरिश्चंद्रपुर थाना क्षेत्र के कोरियाली गांव का रहने वाला 12 साल का मुर्सलीम तेज रफ्तार कंचनजंगा एक्सप्रेस को दुर्घटनाग्रस्त होने से बचाकर देश का हीरो बन गया है.
मुर्सलीम को नॉर्थ फॉन्टेयर रेलवे के कथिया डिवीजन द्वारा सम्मानित किया गया है. इस दौरान, कथिया डिवीजन के मुख्य रेलवे इंजीनियर सुरेंद्र कुमार, नॉर्थ मालदा के सांसद खगेन मुर्मू और अन्य रेलवे अधिकारी उपस्थित थे.
रेलवे की ओर से उन्हें प्रमाणपत्र के साथ आर्थिक पुरस्कार भी दिया गया और आने वाले दिनों में उनके परिवार को स्थाई रेलवे नौकरी देने का वादा किया.
बता दें, कंचनजंगा एक्सप्रेस ट्रेन तेज गति से दौड़ रही थी, उसी समय पांचवीं कक्षा का छात्र मुर्सलीम रेलवे लाइन के किनारे से गुजर रहा था. Credit: Representational Image
उसने देखा कि रेल ट्रैक पर बहुत बड़ा छेद है. फिर उसने अपना लाल गमछा उतार कर ट्रेन की ओर दिखाया.
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लाल कपड़ा देखकर ट्रेन ड्राइवर ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन रोक दी. फिर रेलवे विभाग को सूचना दी.
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उनके आने और मरम्मत के बाद ट्रेन अपने गंतव्य तक पहुंची और मुर्सलीम की बहादुरी की गांव से लेकर रेलवे तक सभी ने प्रशंसा की.
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