दिल्ली से सटे नोएडा में बन रहे जेवर एयरपोर्ट से पहली उड़ान का लक्ष्य साल 2024 को रखा गया है. ऐसे में एयरपोर्ट साइट पर 24 घंटे काम किया जा रहा है
काम जायजा करने लिए अधिकारी से लेकर सरकार के प्रतिनिधि समय-समय पर जेवर एयरपोर्ट साइट का दौरा करते रहते हैं. हाल ही में UP के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने जेवर एयरपोर्ट साइट का जायजा लिया
यह UP सरकार की एक महत्वाकांक्षी परियोजना है. महज़ दो साल में इसके लिए 1334 हेक्टयर यानी लगभग 3300 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया
यह एयरपोर्ट 100 मीटर ऐक्सेस कंट्रोल यमुना एक्सप्रेस वे के किनारे स्थित है, जिसे आधुनिक इंटर्चेंज बना कर जोड़ा जाएगा.
एयरपोर्ट को यमुना एक्सप्रेस- वे के समानांतर 60 मीटर सर्विस रोड का निर्माण कर जोड़ा जा चुका है. इस एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी ईस्टर्न पेरीफ़ेरल रोड से भी यमुना एक्सप्रेस-वे पर इंटर्चेंज बनाकर की जाएगी.
एयरपोर्ट को दिल्ली-वाराणसी High Speed Rail से भी जोड़ा जा रहा है, जिसका Station जेवर एयरपोर्ट के टर्मिनल के पास होगा और दिल्ली से जेवर एयरपोर्ट की दूरी मात्र 21 मिनट में तय होगी.
जेवर एयरपोर्ट को दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे से बल्लभगढ़ (हरियाणा) से भी जोड़ा जा रहा है. यह 30 किमी लंबा होगा, जिसमें से 8.5 किमी उत्तर प्रदेश में तथा 21.5 किमी हरियाणा में स्थित है
दो रन-वे का यह एयरपोर्ट 70 मिलियन यानी 7 करोड़ वार्षिक यात्रियों की क्षमता का होगा और इस पर लगभग 30 हज़ार करोड़ रुपए खर्च होंगे
वर्ष 2036 में यह 50 मिलियन और वर्ष 2040 में यह 70 मिलियन यानी 7 करोड़ यात्रियों की वार्षिक क्षमता का हो जाएगा.
चारों चरणों में इस परियोजना पर 29,560 करोड़ की धनराशि खर्च होगी. यह एयरपोर्ट आधुनिक , डिजिटल और नेट जीरो कॉर्बन उत्सर्जन से युक्त होगा
जेवर एयरपोर्ट सितंबर 2024 में जनता को समर्पित होगा और पहली उड़ान शुरू होगी
एयरपोर्ट के पास अपना डेडिकेटेड कार्गो टर्मिनल भी होगा , जिसकी क्षमता 20 लाख मीट्रिक टन होगी