आश्रम में हर रोज हजारों लोग पहुंचते हैं. दूर से आने वालों के लिए रुकने की भी व्यवस्था रहती है.
यहां पर एटीएम मशीन से लेकर कैंटीन और आइसक्रीम पार्लरतक की सुविधा है.
आश्रम के अंदर ही होटल और फ्लाइट रेलवे की बुकिंग के काउंटर लगे हुए हैं. पूजा की सामग्री खरीदने के लिए अलग-अलग काउंटर बने हैं.
आश्रम में होने वाले हवन में 50 हजार से लेकर एक लाख तक का खर्चा आता है.
बागेश्वर धाम की तरह यहां भी लोग अपनी मनोकामना की अर्जी लगाते हैं, फर्क सिर्फ इतना है कि बागेश्वर धाम में अर्जी लगाने का कोई पैसा नहीं लगता है, लेकिन यहां 100 रुपये की रसीद कटती है.
बाबा का दावा है कि जो भक्त 9 दिन रुककर हवन करेगा, उसको मंत्र दिया जाएगा, जिससे मनोकामना पूरी होगी.
नोएडा के डॉक्टर का कहना है कि करौली बाबा के आश्रम में उसके साथ मारपीट की गई.