अभिनेता दीप सिद्धू 26 जनवरी 2021 को लाल किले पर खालसा पंथ का झंडा फहराने के बाद सुर्खियों में आया था. उसने सितंबर 2021 में ‘वारिस पंजाब दे’ नाम के संगठन की स्थापना की थी.
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दीप सिद्धू की 15 फरवरी 2022 को एक सड़क हादसे में मौत हो गई. तब 29 साल का अमृतपाल सिंह दुबई में अपना ट्रांसपोर्ट का बिजनेस छोड़कर भारत आया और उसने इस संगठन की बागडोर संभाली.
अमृतपाल अपना आदर्श खालिस्तानी आतंकी घोषित जरनैल सिंह भिंडरावाले को बताता है. उसका कहना है वह भिंडरावाले के पैरों की धूल भी नहीं है. वह भारत में पंथ के काम को आगे बढ़ाएगा.
अमृतपाल ने अजनाला थाने को घेरने के बाद एक घंटे में FIR वापस लेने की धमकी दी. कहा कि उन्हें लगता है कि हम कुछ नहीं कर सकते हैं, तो ये हमारी ताकत का प्रदर्शन है, जो जरूरी था."
इस घटनाक्रम के बाद पुलिस बैकफुट पर है. अमृतसर के एसएसपी ने कहा कि है कि अमृतपाल ने सबूत दिए हैं, उससे पता चला है कि लवप्रीत उर्फ तूफान सिंह दोषी नही हैं. उसे कल रिहा किया जाएगा.
अमृतपाल ने गृहमंत्री अमित शाह को धमकी दी. कहा इंदिरा गांधी ने खालिस्तान आंदोलन को रोकने की कोशिश की थी. उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ी थी. आप ऐसा करेंगे, तो खामियाजा भुगतना पड़ेगा.