डॉ. कुमार विश्वास की लाजवाब संवाद अदायगी और सुरीले कंठ से कविताएं पूरे देश में सुनी जा रही हैं. वे हिंदी के सबसे महंगे कवि हैं. कुमार की खास पंक्तियां, जो लोगों के बीच बेहद मशहूर हुईं.
Photo: Facebook
कोई दीवाना कहता है कोई पागल समझता है मगर धरती की बेचैनी को बस बादल समझता है मैं तुझसे दूर कैसा हूं तू मुझसे दूर कैसी है ये तेरा दिल समझता है या मेरा दिल समझता है.
नजर में शोखियां लब पर मुहब्बत का तराना है मेरी उम्मीद की जद में अभी सारा जमाना है कई जीते हैं दिल के देश पर मालूम है मुझको सिकंदर हूं मुझे एक रोज खाली हाथ जाना है.
मोहब्बत एक अहसासों की पावन सी कहानी है कभी कबिरा दीवाना था कभी मीरा दीवानी है यहां सब लोग कहते हैं मेरी आंखों में आंसू हैं जो तू समझे तो मोती है जो ना समझे तो पानी है.
समंदर पीर का अंदर है लेकिन रो नहीं सकता ये आंसू प्यार का मोती है इसको खो नहीं सकता मेरी चाहत को दुल्हन तू बना लेना मगर सुन ले जो मेरा हो नहीं पाया वो तेरा हो नहीं सकता.
भ्रमर कोई कुमुदिनी पर मचल बैठा तो हंगामा हमारे दिल में कोई ख्वाब पल बैठा तो हंगामा अभी तक डूबकर सुनते थे सब किस्सा मुहब्बत का मैं किस्से को हकीकत में बदल बैठा तो हंगामा.
जब आता है जीवन में खयालातों का हंगामा ये जज्बातों मुलाकातों हंसी रातों का हंगामा जवानी के कयामत दौर में ये सोचते हैं सब ये हंगामे की रातें हैं या है रातों का हंगामा.
कलम को खून में खुद के डुबोता हूं तो हंगामा गिरेबां अपना आंसू में भिगोता हूं तो हंगामा नहीं मुझ पर भी जो खुद की खबर वो है जमाने पर मैं हंसता हूं तो हंगामा मैं रोता हूं तो हंगामा.
कभी कोई जो खुलकर हंस लिया दो पल तो हंगामा कोई ख्वाबों में आकर बस लिया दो पल तो हंगामा मैं उससे दूर था तो शोर था साजिश है साजिश है उसे बाहों में खुलकर कस लिया दो पल तो हंगामा.