नेपाल की बाढ़ से बिहार में भी मचा हाहाकार, वीडियो में देखें पूरा हाल

30 Sep 2024

नेपाल की बाढ़ ने बिहार में भी तबाही मचाई है. बाढ़ में फंसे करीब 4,000 लोगों को बचाया गया है और 42 लोग लापता हैं.

पूर्वी और मध्य नेपाल का बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया है और देश के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ आने की खबर है. 

नेपाल में भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग शनिवार से अवरुद्ध हैं, कई लोग फंस गए हैं.

नेपाल में बाढ़ पीड़ित सड़कों पर रहने को मजबूर हैं. किसी तरह की कोई भी सरकारी मदद नहीं की जा रही है.

गृह मंत्रालय के अनुसार, देश भर में मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर करीब 200 हो गई है. बचाव अभियान जारी है.

कोसी नदी के जलस्तर में बढ़ोतरी के बाद सुपौल जिले के कई इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. बाढ़ के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है

सीतामढ़ी के कई मधकौल गांव में बागमती नदी के तटबंध में दरार आ गई. बाढ़ का पानी वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में प्रवेश कर गया है. बाढ़ से लगभग 16 लाख से अधिक लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है.

आपको बता दें कि कोसी नदी पर बीरपुर बैराज से 6.61 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जो 56 सालों में सबसे अधिक डिस्चार्ज है. 

बिहार सरकार ने  वाल्मीकिनगर और बीरपुर बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद राज्य के उत्तरी और मध्य हिस्सों में कोसी, गंडक और गंगा जैसी उफनती नदियों में बाढ़ की चेतावनी जारी की है.

पिछले दो-तीन दिनों से लगातार बारिश के बाद राज्य भर में कई नदियों गंडक, कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान और महानंदा और गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है.

अधिकारियों ने कहा कि इन दोनों बैराजों से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के बाद नदी का अतिरिक्त पानी पश्चिम और पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, अररिया, सुपौल, कटिहार, पूर्णिया और कई अन्य जिलों के निचले इलाकों में प्रवेश कर गया है.

बिहार के कई जिलों में पहले ही अलर्ट जारी कर दिया गया है क्योंकि आईएमडी ने भारी बारिश की भविष्यवाणी की है और राज्य के कुछ हिस्सों में अचानक बाढ़ के खतरे की चेतावनी दी है.