ठंड की ठिठुरन, तंबू में बच्चों की रात, इन 17 लाख लोगों का नहीं दे रहा कोई साथ

पाकिस्तान में रह रहे अफगान शरणार्थियों को पाकिस्तानी सरकार ने जबरन देश से निकालना शुरू कर दिया है जिससे उनके सामने बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है.

पाकिस्तान सरकार ने गैर कानूनी तौर पर रह रहे विदेशियों को 31 अक्टूबर तक देश छोड़ने की मोहलत दे रखी थी जिसके बाद अब उन्हें जबरन निकाला जा रहा है.

17 लाख अफगान शरणार्थियों की जिन्दगी संकट में आ गई है. इस मानवीय त्रासदी के शिकार बच्चे-बूढ़े सभी हो रहे हैं. 

पाकिस्तान सरकार द्वारा दी गई डेडलाइन खत्म होने के बाद शरणार्थियों को जबरन देश से निकाला जा रहा है और उनके घर तोड़े जा रहे हैं.

बता दें कि जिन लोगों को पाकिस्तान देश से बाहर निकाल रहा है वो सभी लोग मुस्लिम हैं और दशकों से पाकिस्तान में रह रहे थे.

त्रासदी और संसाधनों की किल्लत से जूझ रहे इन 17 लाख अफगानियों के लिए उनके अपने देश अफगानिस्तान में भी कोई इंतजाम नहीं है. 

सर्दियों में अफगानिस्तान में तापमान शून्य से नीचे चला जाता है और ऐसे में इनके पास खुले आसमान के नीचे रहने के अलावा कोई विकल्प नहीं है.