एयरपोर्ट जैसे दिखेंगे देश के ये 3 बड़े रेलवे स्टेशन, देखें मॉडल
मोदी सरकार ने 10,000 करोड़ के निवेश के साथ नई दिल्ली, अहमदाबाद और सीएसटी मुंबई रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास को मंजूरी दी है.
हर स्टेशन में एक ही स्थान पर सभी यात्री सुविधाओं के साथ खुदरा, कैफेटेरिया, मनोरंजन सुविधाओं के लिए एक विशाल रूफ प्लाजा होगा.
ट्रैक के दोनों ओर स्टेशन भवन के साथ शहर के दोनों किनारों को स्टेशन से जोड़ा जाएगा. शहर में स्थित स्टेशनों में सिटी सेंटर जैसी जगह होगी.
फूड कोर्ट, वेटिंग लाउंज, बच्चों के खेलने की जगह आदि सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी. स्टेशनों का मेट्रो, बस आदि के साथ एकीकरण भी होगा.
ये प्रतिष्ठित स्टेशन भवन में तब्दील होंगे. इन स्टेशनों को आरामदेह बनाने के लिए पर्याप्त रोशनी, वे फाइंडिंग, लिफ्ट/एस्कलेटर/ट्रेवलेटर्स होंगे.
पर्याप्त पार्किंग सुविधाओं के साथ स्मूथ यातायात के लिए मास्टर प्लान तैयार है. स्टेशनों को इंटेलिजेंट बिल्डिंग कॉन्सेप्ट पर डेवलप किया जाएगा.
नए विकसित स्टेशनों पर सौर ऊर्जा, जल संरक्षण/रिसाइकिलिंग और बेहतर ट्री कवर के साथ ग्रीन बिल्डिंग तकनीक का उपयोग किया जाएगा.
सीसीटीवी और एक्सेस कंट्रोल लगाने से रेलवे स्टेशन सुरक्षित रहेंगे. दिव्यांगजनों के अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध कराने पर भी विशेष ध्यान होगा.
सीसीटीवी और एक्सेस कंट्रोल लगाने से रेलवे स्टेशन सुरक्षित रहेंगे. दिव्यांगजनों के अनुकूल सुविधाएं उपलब्ध कराने पर भी विशेष ध्यान होगा.
अलग-अलग अराइवल और डिपार्चर, अव्यवस्था मुक्त प्लेटफॉर्म, बेहतर सतह और पूरी तरह से ढके हुए प्लेटफॉर्मों का निर्माण किया जाएगा.
पीएम मोदी ने रेलवे के बदलाव में स्टेशनों के विकास को महत्व दिया है. बता दें कि फिलहाल 199 स्टेशनों के पुनर्विकास का काम चल रहा है.